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Hindi News भारत राष्ट्रीय आईएनएस रणवीर धमाके का मामला: 10 घायलों को नेवी अस्पताल में भर्ती किया, कुछ ​की हालत चिंताजनक, नेवी ने दी अपने जवानों को श्रद्धंजलि

आईएनएस रणवीर धमाके का मामला: 10 घायलों को नेवी अस्पताल में भर्ती किया, कुछ ​की हालत चिंताजनक, नेवी ने दी अपने जवानों को श्रद्धंजलि

आईएनएस रणवीर पर एक आंतरिक डिब्बे में धमाका होने से घायल 10 जवानों को अब तक INHS Ashvini Navy hospital में भर्ती ​कराया गया है। इसमें कुछ की हालत चिंताजनक है, लेकिन स्थिर है। कुल 11 नाविक इस धमाके में जख्मी हुए थे, जिसमें 2 वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं।

<p>आईएनएस रणवीर</p>- India TV Hindi Image Source : PHOTO TWITTER आईएनएस रणवीर

Highlights

  • आईएनएस रणवीर पर एक आंतरिक डिब्बे में धमाका होने से 3 शहीद और कुछ जवान घायल हुए थे
  • जांच के लिए एक बोर्ड ऑफ इंक्वायरी का गठन
  • आईएनएस रणवीर 28 अक्टूबर 1986 को भारतीय नौसेना में शामिल हुआ

आईएनएस रणवीर पर एक आंतरिक डिब्बे में धमाका होने से घायल 10 जवानों को अब तक INHS Ashvini Navy hospital में भर्ती ​कराया गया है। इसमें कुछ की हालत चिंताजनक है, लेकिन स्थिर है। कुल 11 नाविक इस धमाके में जख्मी हुए थे, जिसमें 2 वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। आईएनएस रणवीर पूर्वी नौसेना कमान से क्रॉस कोस्ट ऑपरेशनल तैनाती पर था और जल्द ही बेस पोर्ट पर लौटने वाला था। धमाके में नौसेना के 3 कर्मियों की जान चली गई थी। 
आईएनएस रणवीर में शहीद इन तीन जवानों के नाम हैं—अरविंद कुमार महत्तम सिंह 38 साल, सुरेंद्र कुमार S वालिया उम्र 47 साल और कृष्ण कुमार गोपी राव उम्र 46 साल। इन शहीद जवानों के शवों को जेजे अस्पताल में भेज दिया गया है। तीनों नेवी के जवानों का निधन पर उनकी तस्वीर नेवी ने जारी की और ट्वीट कर श्रद्धांजलि ​अर्पित की। 

जांच दल गठित, सभी पहलुओं की करेगा जांच
साउथ मुम्बई के कोलाबा पुलिस थाने में इस मामले को लेकर एक्सिडेंटल डेथ इंसिडेंट रिपोर्ट दर्ज की गई है। जहाज के चालक दल ने तुरंत प्रतिक्रिया करते हुए स्थिति को नियंत्रित किया। भारतीय नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि धमाके की वजह की जांच के लिए एक बोर्ड ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है। इस मामले में नेवी ने बोर्ड ऑफ इंक्वायरी का गठन किया है-मुम्बई नेवल अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। वहीं आज दिल्ली से 3 अधिकारी मुम्बई नेवल बेस कैम्प में पहुंचने की खबर है। हालांकि अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। 

तकनीकी गलती या मानवीय भूल, जांच में जुटा दल
मुम्बई नेवी के उच्चस्तरीय अधिकारियों का एक दल कल रात से INS Ranvir कंपार्टमेंट में उस जगह पहुंच कर जांच में जुटा हुआ है, जहां कल शाम ब्लास्ट हुआ था। ब्लास्ट का कारण क्या है और क्या ये तकनीकी गलती थी या मानवीय भूल, इस मामले की जांच की जा रही है।

जहाज के एक हिस्से में हुआ था ब्लास्ट
आईएनएस रणवीर नवंबर 2021 से पूर्वी नौसैन्य कमान से क्रॉस कोस्ट अभियान तैनाती पर था और जल्द ही बेस पोर्ट पर लौटने वाला था। इस घटना में जहाज को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है और अब स्थिति नियंत्रण में है। जहाज के एक भाग में ही ब्लास्ट हुआ था ऐसी जानकारी अब तकजांच में सामने आई है।

1986 में नौसेना के बेडे में हुए था शामिल
भारतीय नौसेना बेड़े में शामिल 5 राजपूत श्रेणी के विध्वंसकों में से चौथा आईएनएस रणवीर 28 अक्टूबर 1986 को भारतीय नौसेना में शामिल हुआ था। इस जहाज पर 30 अधिकारी और 310 नाविक तैनात रहते हैं। यह युद्धपोत कई खतरनाक हथियारों और सेंसर्स से लैस है, जिनमें सतह से सतह एवं सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, विमान भेदी एवं मिसाइल रोधी बंदूकें और टारपीडो और पनडुब्बी रोधी रॉकेट लांचर शामिल हैं।

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