सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर डिजिटल और ट्रेडिशनल मीडिया के वित्तीय तनाव को लेकर चिंता जाहिर की है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि समाचार प्रकाशकों को अपने कंटेंट को लेकर उचित मुआवजा आज न्यूज मीडिया के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है।
हो रहा आर्थिक नुकसान
वैष्णव ने कहा कि आज अधिकतर समाचार डिजिटल माध्यमों से प्राप्त होते हैं। इसलिए ट्रेडिशनल मीडिया (रेडियो, टीवी, समाचार पत्र, पत्रिकाओं) को आर्थिक नुकसान हो रहा है। वैष्णव ने कहा कि ट्रेडिशनल मीडिया को उसके द्वारा बनाए गए कंटेंट के लिए उचित मुआवजा दिए जाने की जरूरत है।
सरकार के सामने आया मामला
समाचार प्रकाशकों (ट्रेडिशनल और डिजिटल) दोनों ने ही बड़ी बड़ी टेक कंपनियों और समाचार प्रकाशकों के बीच सौदेबाजी में असंतुलन के बारे में भारत सरकार के सामने बार-बार चिंता जताई है।
डिजिटल मीडिया में आ रहे लोग
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जैसा कि हम देखते हैं कि समाचारों की खपत तेजी से ट्रेडिशन मीडिया से डिजिटल मीडिया की ओर स्थानांतरित हो रहा है। इससे ट्रेडिशनल मीडिया इस बदलाव के कारण आर्थिक रूप से नुकसान उठा रहा है।
इस पर ध्यान देने की जरूरत
पत्रकारों की टीम बनाने, उन्हें प्रशिक्षित करने, संपादकीय प्रक्रियाएं बनाने, समाचारों की सत्यता की जांच करने के तरीके और सामग्री की जिम्मेदारी लेने में किया गया निवेश, ये सभी निवेश जो समय और धन दोनों के मामले में बहुत बड़े हैं। वे अप्रासंगिक होते जा रहे हैं। इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
उचित मुआवजे की जरूरत
इसके साथ ही मंत्री ने कहा कि न्यूज की सामग्री बनाने में ट्रेडिशनल मीडिया द्वारा किए गए प्रयासों को उचित रूप से मुआवजा दिए जाने की जरूरत है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उचित मुआवजे की चुनौती जो हमारे मीडिया और समाचार की दुनिया को प्रभावित कर रही है। इसे बदलने की जरूरत है। इस पर ध्यान देना चाहिए।
Latest India News