भारतीय महिला बटालियन दुनिया को दिखाएगी ताकत, UN मिशन के लिए यहां हुई तैनाती
संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षा में सबसे ज्यादा सैनिक भेजने वाले देशों में से एक भारत अबेई में महिला शांतिरक्षकों की एक बटालियन तैनात कर रहा है। शांति सेना के तहत इस महिला टुकड़ी की तैनाती संवेदनशील अबेई में होगी।
विश्व में शांति स्थापित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र में सैन्य योगदान करने वाले देशों में भारत अग्रणी है। भारतीय सेना यूएन की शांति सेना के बतौर कई दशकों से कार्य करती रही है। इसी कड़ी में भारत ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र मिशन में महिला शांति सैनिकों की तैनाती को बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही भारत संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए पूरी तरह से महिलाओं की टुकड़ी को तैनात करने वाला पहला देश बन गया है। भारतीय दल, जिसमें दो अधिकारी और 25 अन्य रैंक शामिल हैं, एक एंगेजमेंट प्लाटून का हिस्सा बनेंगे और Community Outreach में एक्सपर्ट होंगे।
रुचिरा कंबोज ने बतााय अबेई में होगी महिला टुकड़ी की तैनाती
भारत ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र मिशन में महिला शांति सैनिकों की तैनाती को बढ़ाने का फैसला किया है। यूएन में भारत की स्ठायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज अपने ट्वीट संदेश में बताया कि भारत संवेदनशील क्षेत्र अबेई में संयुक्त राष्ट्र मिशन में हमारी बटालियन के हिस्से के रूप में शांति सैनिकों की पूरी महिला टुकड़ी तैनात कर रहा है। यह हाल के वर्षों में महिला शांति सैनिकों की अकेली सबसे बड़ी तैनाती है। उन्होंने महिला टुकड़ी को अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
6 जनवरी से की गई है महिला शांतिरक्षकों की तैनाती
कंबोज ने कहा कि अबेई में महिला शांतिरक्षकों की प्लाटून आज 6 जनवरी को 2023 को संयुक्त राष्ट्र अंतरिम सुरक्षा बल, अबेई (यूएनआईएसएफए) में भारतीय बटालियन के हिस्से के तौर पर तैनात की गई है। इस बयान के अनुसार सबसे पहले साल 2007 में लाइबेरिया में महिला शांतिरक्षकों की प्लाटून तैनात करने के बाद संयुक्त राष्ट्र मिशन में यह भारत की सबसे बड़ी एकल महिला प्लाटून की तैनाती है। पिछले साल 31 अक्तूबर तक भारत संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक मिशन में बांग्लादेश के बाद दूसरी सबसे बड़ी सेना भेजने वाला देश है। कुल 12 मिशन में भारत 5,5887 सैनिक और कर्मी भेज चुका है।
भारतीय महिलाओं की समृद्ध परंपरा
भारतीय दल में दो अधिकारी और 25 अन्य रैंक शामिल हैं। अबेई में हाल ही में हिंसा की बढ़ी घटनाओं के कारण महिलाओं और बच्चों के लिए चुनौतीपूर्ण मानवीय चिंताएं पैदा हुई हैं। बयान में कहा गया, 'भारतीय महिलाओं की विशेष रूप से शांति स्थापना में एक समृद्ध परंपरा है।'
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के बयान में कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र की पहली पुलिस सलाहकार डॉ किरण बेदी, यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड 2019 से सम्मानित मेजर सुमन गवानी और शक्ति देवी ने यूएन पीसकीपिंग में अपनी पहचान बनाई है।