Indian Railway: भारतीय रेलवे लगातार नए प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। ताजा मामला ये है कि दक्षिण रेलवे तमिलनाडु में रामेश्वरम और धनुषकोडी को रेल लिंक (Rameswaram and Dhanushkodi rail link) से जोड़ने के लिए तैयार है। इस पर 700 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत आएगी। ये रेल लिंक दक्षिण रेलवे के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगी।
रेल (Indian Railway) मंत्रालय को जोनल कार्यालय द्वारा भेजे गए नए प्रस्ताव के मुताबिक, रामेश्वरम और धनुषकोडी को एक बार फिर से रेलवे लाइन से जोड़ा जाना है। इससे रामेश्वरम आने वाले पर्यटकों को धनुषकोडी पहुंचने के लिए एक आसान विकल्प मिल जाएगा।
1964 में आई सुनामी के कारण यह लाइन हो गई थी नष्ट
मदुरै मंडल अभियंता हृदयेश कुमार ने एएनआई को बताया कि 1964 में आई सुनामी के कारण यह लाइन नष्ट हो गई थी। अब सरकार ने इसे फिर से बनाने का प्रस्ताव दिया है। नए प्रस्ताव के तहत 18 किलोमीटर की लाइन में जमीन से 13 किलोमीटर का एलिवेटेड ट्रैक होगा। इस स्टेशन का पर्यटन और धार्मिक दोनों ही नजरियों से काफी महत्व है।
नई रेल (Indian Railway) लिंक योजना के बारे में बात करते हुए मदुरै डिवीजन के सहायक कार्यकारी अभियंता आनंद ने कहा कि रेलवे की योजना इस स्टेशन के पुनर्विकास और इसे नई ब्रॉड गेज और इलेक्ट्रिक लाइन से जोड़ने की है। यह रामेश्वरम से 18 किमी की लाइन होगी और इसमें 3 पड़ाव होंगे। स्टेशन और एक टर्मिनल स्टेशन। हमें उम्मीद है कि यहां भी पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। हम रामेश्वरम स्टेशन का पुनर्विकास कर रहे हैं।
सुनामी में मारे गए थे ट्रेन के कर्मचारियों सहित सैकड़ों यात्री
दिसंबर 1964 तक, धनुषकोडी एक लोकप्रिय स्टेशन था, जो सीधे तमिलनाडु में मंडपम स्टेशन से जुड़ा था। उस समय, धनुषकोडी स्टेशन श्रीलंका में सीलोन और भारत में मंडपम के बीच संपर्क का एक महत्वपूर्ण बिंदु था, लेकिन, यह पूरा रेल लिंक 22-23 दिसंबर 1964 को आई सुनामी में नष्ट हो गया था। उस दौरान ट्रेन के कर्मचारियों सहित सैकड़ों यात्रियों की मौत हो गई थी। उसके बाद से धनुषकोडी को रेल लिंक से जोड़ने पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
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