भारतीय नौसेना को बड़ा नुकसान हुआ है। बुधवार को नौसेना द्वारा अमेरिका से लीज पर लिया गया एमक्यू-9बी सी गार्जियन ड्रोन चेन्नई के पास बंगाल की खाड़ी में गिर गया। जानकारी के मुताबिक, ये घटना तकनीकी खराबी के कारण हुई है। भारतीय नौसेना ने बताया है कि ये ड्रोन चेन्नई के पास अरक्कोणम में नौसेना के हवाई अड्डे आईएनएस राजाली से उड़ान भर रहा था। आपको बता दें कि साल 2020 में भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर में निगरानी के लिए अमेरिकी कंपनी जेनेरल एटॉमिक्स से एक साल की अवधि के लिए दो एमक्यू-9बी सी गार्जियन ड्रोन लीजपर लिए थे। हालांकि, बाद में इस लीज का समय बढ़ा दिया गया था।
भारतीय नौसेना ने मांगी रिपोर्ट
भारतीय नौसेना ने बताया है कि INS राजली, अराकोन्नम से संचालित होने वाले भारतीय नौसेना द्वारा लीज पर लिए गए ड्रोन को नियमित निगरानी मिशन के दौरान लगभग 2 बजे तकनीकी विफलता का सामना करना पड़ा, जिसे उड़ान में रीसेट नहीं किया जा सका। इसके ड्रोन को एक सुरक्षित क्षेत्र में ले जाया गया और चेन्नई के पास समुद्र में नियंत्रित रूप से आपातकालीन लैंडिंग कराई गई। नौसेना ने इस बारे में ड्रोन की कंपनी से रिपोर्ट मांगी है।
कितना खास है ड्रोन?
एमक्यू-9बी सी गार्डियन को आम तौर पर दुनिया का सबसे खतरनाक सैन्य ड्रोन कहा जाता है। ये ड्रोन सबसे अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। एमक्यू-9बी सी गार्डियन 40,000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर 40 घंटे तक की उड़ान भर सकता है। इसके साथ ही ये ड्रोन हेलफायर एयर-टू-ग्राउंड मिसाइलों और स्मार्ट बमों से लैस होता है। यह लड़ाकू ड्रोन ओवर-द-हॉरिज़न ISR (खुफिया, निगरानी और टोही) मिशनों में माहिर है।
31 ड्रोन खरीद रहा है भारत
भारत ने इसी साल अमेरिका से 31 एमक्यू-9बी सी गार्डियन ड्रोन खरीदने के लिए डील की है। इस डील की कीमत करीब 4 अरब डॉलर है। प्रस्तावित सौदे में नौसेना के लिए 15 सी गार्जियन ड्रोन और सेना और वायु सेना के लिए 16 स्काई गार्जियन शामिल हैं। ये ड्रोन मिलने के बाद देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूती मिलेगी। (इनपुट: भाषा)
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