बब्बर खालसा के आतंकी तरसीम संधू को भारत ला दिया गया है। बता दें कि भारतीय अथॉरिटी द्वारा तरसीम संधू को दुबई से डिपोर्ट करके भारत लाया गया है। तरसीम संधू मोहाली आरपीजी अटैक हमले का मास्टरमाइंड आतंकी है। बता दें कि गिरफ्तार आरोपी खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह लांडा का भाई है, जो कि पंजाब के तरनतारन का रहने वाला है। बता दें कि 15 अगस्त से पहले बब्बर खालसा मॉड्यूल पर सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। एनआईए समेत कई एजेंसियों व पुलिस महकमें को आरोपी तरसीम संधू की तलाश थी। सीबीआई के ग्लोबल ऑपरेशन सेंटर विभाग ने एनआईए और इंटरपोल एनसीबी के साथ कॉर्डिनेट किया और आतंकी को यूएई से भारत लाया जा चुका है।
तरसीम संधू को यूएई से लाया गया भारत
इससे पहले तरसीम संधू के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था। हालांकि 9 अगस्त 2024 को उसे भारत डिपोर्ट किया जा चुका है। संधू के आतंकी गतिविधियों में रहने को लेकर एनआईए की तरफ से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। एनआई की सिफारिश पर 13 नवंबर 2023 को सीबीआई ने तरसीम संधू के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। इसके बाद रेड नोटिस सभी इंटरपोल मेंबर्स को सर्कुलेट किया गया था ताकि इस आतंकी के लोकेशन को पता लगाया जा सके और इसकी गिरफ्तारी की जा सकी। इसी के तहत आतंकी की लोकेशन को इंटरपोल ने दुबई में लोकेट किया। इसके बाद आतंकी की गिरफ्तारी हुई और अब उसे भारत डिपोर्ट कर दिया गया है।
खालिस्तानी आतंकी लगा रहे नागरिक अदालत
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को भारत ने कनाडा के वैंकूवर में भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर खालिस्तानी चरमपंथियों द्वारा तथाकथित "नागरिक अदालत" आयोजित करने और भारतीय प्रधानमंत्री का पुतला फूंकने पर कनाडा के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि भारत ने कनाडा के उच्चायोग को राजनयिक नोट जारी कर खालिस्तानी तत्वों की हालिया कार्रवाइयों पर अपनी गंभीर आपत्ति जताई है। इस नोट में भारत ने कनाडाई उच्चायोग को जस्टिन ट्रूडो सरकार द्वारा कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादियों को दी जा रही शह पर आपत्ति जताई है। कनाडा की संसद ने खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की याद में "मौन" रखा था, जिसके एक दिन बाद भारत ने यह आपत्ति जताई है। निज्जर की पिछले साल जून में ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गोली मारकर हत्या दी गई थी।
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