भारतीय सेना ने मंगलवार 10 दिसम्बर को अपनी अकूत ताकत का एक और नमूना पेश किया। सेना ने ओडिशा के तट पर सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2 का सफल ट्रेनिंग परीक्षण किया। इस मिसाइल के सफल ट्रेनिंग परीक्षण के बाद इतना तय है कि आने वाले समय में यह मिसाइल पाकिस्तान और चीन के दांत खट्टे कर देगी।
पृथ्वी-2 मिसाइल भारत के परमाणु जखीरे का महत्वपूर्ण हिस्सा
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि मिसाइल ने तय लक्ष्य पर बेहद सटीक तरीके से निशाना लगाया। मंत्रालय ने कहा कि कम दूरी की मारक क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2 का सफल परीक्षण 10 जनवरी को ओडिशा तट पर स्थित चांदीपुर समेकित परीक्षण रेंज से किया गया। मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि प्रतिष्ठित प्रणाली पृथ्वी-2 मिसाइल भारत के परमाणु जखीरे का महत्वपूर्ण हिस्सा है। मिसाइल ने बेहद सटीक तरीके से निशाना लगाया। बयान में कहा गया है कि सफल परीक्षण में मिसाइल के सभी परिचालन और तकनीकी मानदंड सही पाये गए।
कितनी ताकतवर है पृथ्वी-2
मंत्रालय ने इस मिसाइल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस बैलिस्टिक मिसाइल की मारक क्षमता 350 किलोमीटर तक है। इसे सतह से सतह तक मार किया जा सकता है। पृथ्वी-2 स्वदेशी रूप से विकसित मिसाइल है और 500 किलोग्राम तक का लोड ले जाने में सक्षम है। यह मिसाइल भारत की उन्नत मिसाइल श्रंखला का ही एक हिस्सा है। इस श्रंखला में पहले से ही पृथ्वी-1, पृथ्वी-2, पृथ्वी-3 और धनुष मिसाइल शामिल हैं। पृथ्वी-2 को DRDO ने विकसित और डेवलप किया है।
Latest India News