India TV Samvaad Budget 2023: मोदी जी से पहले घोषणाएं ज्यादा होती थीं काम कम होता था, अब ट्रेनें गिनना छोड़ दें और एन्जॉय करें: अश्विनी वैष्णव
रेल मंत्री ने कहा कि अगले 12 से 16 महीनों में वंदे मेट्रो विकसित करके, प्रोटोटाइप बनाकर पटरियों पर उतारना है। एक साल तक उसे टेस्ट करेंगे और फिर उसका प्रोडक्शन चालू करेंगे। अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि अब ट्रेनें गिनना छोड़ दें और एन्जॉय करिए।
इंडिया टीवी संवाद में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शिरकत की। इस दौरान रेल मंत्री से सवाल किया गया कि इस बजट में रेलवे को 2.4 लाख करोड़ रुपये मिले हैं, इतने सारे पैसे को कैसे खर्च किया जाएगा? इसपर रेलमंत्री ने कहा कि मोदी जी से पहले घोषणाएं ज्यादा होती थीं और काम कम होता था। अब घोषणाएं कम होती हैं, काम ज्यादा होता है। पीएम मोदी जिस परियोजना की आधारशिला रखते हैं, उसका उद्घाटन भी करते हैं।
हर 8 से 10 दिनों में वंदे भारत ट्रेन हो रही तैयार- रेल मंत्री
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वर्तमान वित्त वर्ष में 4500 किलोमीटर की नई रेलवे लाइन लगाई जाएंगी। वहीं अगले 2023-24 के वित्त वर्ष में 7 हजार किलोमीटर नई रेलवे लाइन लगाई जाएंगी। रेल मंत्री ने कहा कि पहले 3 स्टेशन किए गए जिससे अनुभव मिले और इसके आधार पर आज की तारीख में 53 स्टेशनों पर पुनर्विकास का काम चल रहा है। अब इसके तहत 1,275 स्टेशनों को इसके अंदर लिया जाएगा। वंदे भारत ट्रेन अब हर 8 से 10 दिनों में बनकर तैयार हो रही है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अब नए बजट में रेलवे को मिले पैसे के बाद टारगेट रहेगा कि हर हफ्ते दो तीन ट्रेन बनकर निकलें। उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी को बेहद डिमांडिंग बॉस बताया। अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि अब ट्रेनें गिनना छोड़ दें और एन्जॉय करिए।
'वंदे मेट्रो' अगला टारगेट- रेल मंत्री
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि अब 100 किलोमीटर की रेंज के भीतर के शहरो को शटल की तरह कनेक्ट करने के लिए पीएम मोदी ने टारगेट दिया है कि अब वंदे मेट्रो को डिजाइन करना है। रेल मंत्री ने कहा कि अगले 12 से 16 महीनों में वंदे मेट्रो विकसित करके, प्रोटोटाइप बनाकर पटरियों पर उतारना है। एक साल तक उसे टेस्ट करेंगे और फिर उसका प्रोडक्शन चालू करेंगे।
2023 के अतं तक हाइड्रोजन ट्रेन चलाना टारगेट- अश्विनी वैष्णव
इस दौरान रेल मंत्री ने हाइड्रोजन ट्रेन को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि हाइड्रोजन बहुत जटिल तकनीक है। हाइड्रोजन से ट्रेन को चलाना बेहद कॉम्पलेक्स तकनीक है। अभी तक केवल दो-तीन देश ही हैं जिन्होंने इस तकनीक को विकसित कर पाया है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हाइड्रोजन ट्रेन पर पीएम मोदी ने टारगेट दिया है कि हमें हाइड्रोजन तकनीक में लीड लेनी है। रेल मंत्री ने कहा कि हमारा टारगेट है कि दिसंबर 2023 तक भारतीय रेल की पटरियों पर पहली हाइड्रोजन ट्रेन चलाना है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आगे बताया कि पीएम मोदी ने टारगेट दिया है कि ट्रेन को कंट्रोल करने वाला सिस्टम (ATP) आज भी ज्यादातर देशों में 2जी और 3जी तकनीक पर चल रहे हैं। पीएम मोदी ने भारत के ATP को सीधे 5जी पर ले जाना है।
बुलेट ट्रेन को लेकर कही ये बात
बुलेट ट्रेन को लेकर रेल मंत्री ने बताया कि हाल ही में जापान के प्रधानमंत्री ने अपने कलीग को बुलेट ट्रेन के काम का मुआयना करने के लिए भारत भेजा था। रेल मंत्री ने कहा कि वो जब काम देखने आए तो हैरान रह गए। रेल मंत्री ने कहा कि इतने कम समय में बुलेट ट्रेन के 140 किलोमीटर के पिलर बन चुके हैं। 8 नदियों पर पुल डेक के लेवल पर आ गए हैं। सभी 13 स्टेशन पर तेजी से काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगस्त 2026 तक हमें पहली बुलेट ट्रेन चलानी है।
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