A
Hindi News भारत राष्ट्रीय India Tv Poll : क्या नूंह हिंसा के लिए प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार है? जानें जनता ने क्या कहा

India Tv Poll : क्या नूंह हिंसा के लिए प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार है? जानें जनता ने क्या कहा

हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा में होमगार्ड के दो जवानों समेत 6 लोगों की मौत हो गई। हमने इस मुद्दे पर जनता की राय जानने की कोशिश की है।

नूंह में हिसा और आगजनी की घटनाएं हुईं- India TV Hindi Image Source : पीटीआई नूंह में हिसा और आगजनी की घटनाएं हुईं

नई दिल्ली : हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा में दो होमगार्ड के जवान समेत अब तक 6 लोगों की मौत की खबर है। वहीं नूंह में हालात सामान्य करने की पूरी कोशिश की जा रही है। आज कर्फ्यू में दो घंटे की ढील भी दी गई है। इस बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक बार फिर प्रदेश के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। सोमवार को नूंह में एक जुलूस पर पथराव किया गया जिसके बाद वहां हालात तनावपूर्ण हो गए। बड़ी संख्या में लोग एक धार्मिक स्थल के अंदर छिपे रहे और बाहर से पथराव होता रहा। दंगाइयों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। पूरे नूंह में हालात बेहद खराब होने लगे थे। फिर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने हालात पर काबू पाने की कोशिश की। इस मुद्दे पर  इंडिया टीवी ने पोल के जरिए जनता की राय ली जिसके नतीजे कुछ इस प्रकार रहे।

'नूंह हिंसा के लिए प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार'

हमने अपने पोल में जनता से यह पूछा था कि 'क्या नूंह हिंसा के लिए प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार है?' इसके लिए हमने जनता के सामने हां, नहीं और कह नहीं सकते,  तीन ऑप्शन दिए  थे। इस पोल में जनता ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। हमें कुल 8284 लोगों की राय जानने का मौका मिला। इस पोल में ज्यादातर लोगों का कहना था कि नूंह हिंसा के लिए प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार है। वहीं कुछ लोगों का ही ऐसा मानना था कि इस हिंसा के लिए प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार नहीं है। वहीं बेहद कम लोग ही ऐसे थे जिनका मानना था कि वे कुछ कह नहीं सकते। 

Image Source : INDIA TVIndia Tv Poll

आंकड़ों में कैसा रहा पोल का नतीजा?

आंकड़ों की बात करें तो इस मतदान में कुल 8284 लोगों ने हिस्सा लिया। इनमें से ज्यादातर, यानी 60  फीसदी लोगों का मानना था कि नूंह हिंसा के लिए प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार है। वहीं करीब 35 फीसदी लोगों का जवाब 'नहीं' था जबकि करीब 5 फीसदी लोग ऐसे थे जिन्होंने 'कुछ नहीं कह सकते' का ऑप्शन चुना। 

Latest India News