इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के कारण गाजा में हो रही तबाही पर अब विराम लग सकता है। इजरायल और हमास सीजफायर को लेकर समझौते पर सहमत हो गए हैं। इस समझौते की घोषणा जल्द ही की जा सकती है जिसके बाद 15 महीने से जारी विनाशकारी युद्ध की समाप्ति हो जाएगी। वहीं, इस समझौते को लेकर अब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ऐसी बात कही है जिससे भारत को भी बड़ा फायदा होने की उम्मीद है। जो बाइडेन ने कहा है कि गाजा में सीजफायर के बाद भारत से पश्चिम एशिया के रास्ते यूरोप तक जाने के लिए प्रस्तावित IMEC कॉरिडोर वास्तविक स्वरूप ले सकता है।
क्या बोले जो बाइडेन?
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि गाजा में इजरायल और हमास के बीच सीजफायर डील के समझौते की घोषणा के साथ ही IMEC कॉरिडोर अब वास्तविक रूप ले सकता है। बाइडेन ने कहा- "23 सितंबर को दिल्ली में जी20 सम्मेलन में, मैंने भारत से पश्चिम एशिया होते हुए यूरोप तक एक आर्थिक गलियारे के दृष्टिकोण के लिए प्रमुख देशों को एकजुट किया था। वह दृष्टिकोण अब वास्तविक स्वरूप ले सकता है।’'
सीजफायर डील पर भारत ने क्या कहा?
इजरायल और हमास के बीच सीजफायर के समझौते पर भारत का बयान भी सामने आया है। गाजा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के लिए समझौते की घोषणा का भारत ने स्वागत किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा- "उम्मीद है कि इस समझौते से गाजा के लोगों तक मानवीय सहायता की सतत आपूर्ति सुरक्षित तरीके से हो सकेगी। हमने बंधकों की रिहाई, संघर्ष विराम और संवाद तथा कूटनीति का लगातार आह्वान किया।"
IMEC कॉरिडोर में कौन से देश शामिल?
आपको बता दें कि IMEC कॉरिडोर को चीन की ‘वन बेल्ट, वन रोड’ योजना के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। इस कॉरिडोर की परियोजना में भारत, अमेरिका, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी और इटली शामिल हैं। हालांकि, अक्टूबर 2023 में इजरायल पर हमास के हमले के बाद IMEC कॉरिडोर की परियोजना में रुकावट आ गई थी। (इनपुट: भाषा)
ये भी पढ़ें- Explainer: 15 महीने बाद रुकेगी जंग! इजरायल और हमास किन शर्तों पर सहमत हुए, कैसे रिहा होंगे बंधक? यहां जानें
अमेरिका ने भाभा समेत भारत के 3 परमाणु संस्थानों से हटाए प्रतिबंध, जानिए कैसे चीन को लगा झटका
Latest India News