नई दिल्ली: पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम की पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में गिलगित-बाल्टिस्तान की यात्रा पर अपनी आपत्ति जताई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बृहस्पतिवार को कहा कि अमेरिकी राजदूत की यात्रा के बाद उन्होंने अमेरिका से इसकी आपत्ति दर्ज कराइ है। इसके साथ ही उन्होंने विश्व समुदाय से देश की संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि संपूर्ण जम्मू-कश्मीर भारत का एक अभिन्न अंग है।
बृहस्पतिवार को एक पत्रकार वार्ता के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘‘संपूर्ण केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के भारत का अभिन्न अंग होने पर हमारी स्थिति सर्वविदित है। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हमारी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने का आग्रह करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत की उस यात्रा के बारे में अमेरिकी पक्ष के साथ अपनी आपत्तियां दर्ज कराई है।’’
डेविड ब्लोम पिछले महीने गिलगित-बाल्टिस्तान की छह दिवसीय यात्रा पर गए थे
बता दें कि पाकिस्तान में अमेरिका के राजदूत डेविड ब्लोम पिछले महीने गिलगित-बाल्टिस्तान की छह दिवसीय यात्रा पर गए थे। यहां उन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा कर स्थानीय लोगों से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि भारत-पाकिस्तान को मिलकर सभी मसले सुलझाने चाहिए। वहीं डेविड ब्लोम के बयान के भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने 26 सितंबर को कहा कि अमेरिका का प्रतिनिधिमंडल जी20 बैठकों के लिए जम्मू-कश्मीर भी गया था। हालांकि पाकिस्तान में अपने ही देश के राजदूत के बारे में उन्होंने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया था।
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