Fourth wave of Covid-19 News: नए साल (2022) के फरवरी महीने से जैसे-जैसे कोरोना के मामले कम होते गए सभी को लगने लगा अब कोरोना बहुत जल्द हमारे बीच से जाने वाला है। लेकिन एक बार फिर से कोरोना डराने लगा है। जी हां, अप्रैल के महीने में हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है। 19 और 20 अप्रैल को कोविड मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखी गई। इससे तीन दिन पहले यानी मंगलवार को देशभर में 24 घंटों में 1 हज़ार 247 मरीज मिले, परंतु बुधवार को मरीजों का आंकड़ा 2 हज़ार 63 पर पहुंच गया। गुरुवार को मरीजों की संख्या 2 हज़ार 380 दर्ज की गई।
पिछले हफ्ते पॉजिटिविटी रेट 0.43 प्रतिशत था, वहीं गुरुवार को 0.53 फीसदी पर पहुंच गया। बता दें, देशभर में 12 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिविटी रेट 0.21 प्रतिशत था और 20 अप्रैल को डबल से भी ज्यादा हो गया। कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या ने केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की चिंता बढ़ा दी है। क्योंकि कोरोना की तीसरी लहर में भले ही जनहानि कम हुई, पूरी तरह सब कुछ बंद नहीं करना पड़ा, फिर भी 2020 से देश की जो आर्थिक स्थिति कमजोर हुई थी उसमें कोई ज्यादा सुधार नहीं हुआ। हालांकि तीसरी लहर के बाद कोरोना के घटते मामलों को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा था कि अब आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हो जाएगा, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामले और चौथी लहर की आशंका ने एक बार फिर लोगों को डरा दिया है।
वहीं देश की राजधानी दिल्ली और देश के सबसे बड़े (आबादी में) राज्य उत्तर प्रदेश में मरीजों की बढ़ती संख्या डराने वाली है। 11 से 18 अप्रैल इन आठ दिनों में दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या तिगुनी बढ़ी है। और दिल्ली में संक्रमण दर भी 5.7 प्रतिशत तक पहुंच गई है। तीसरी लहर में कोरोना की आर वैल्यू 1.28 प्रतिशत थी इसलिए मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ। इस बार भी वैसी ही स्थिति नज़र आ रही है। इनपुट- सामना
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