IMD Weather Forecast: राजस्थान सहित 3 राज्यों में 40 डिग्री के पार पहुंचा तापमान, तो यहां होगी बारिश; पढ़ें मौसम का ताजा अपडेट
IMD ने कर्नाटक, गुजरात और राजस्थान के कई हिस्सों में 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किये जाने के मद्देनजर इन स्थानों पर अगले दो दिनों में लू चलने के हालात की चेतावनी दी है। हालांकि कई राज्यों में बारिश जैसे आसार भी बने हुए है।
मार्च के आखिरी दिनों में धूप के तेवर तीखे हो गए हैं और देश में चिलचिलाती गर्मी का दौर भी शुरू हो गया है। हालांकि राहत की बात यह है कि कई राज्यों में बारिश जैसे आसार भी बने हुए है। मौसम विभाग ने तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई है। दरअसल, 29 मार्च से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है। गुरुवार यानी आज के मौसम की बात करें तो स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वोत्तर भारत और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पश्चिमी हिमालय पर हल्की बारिश के साथ कुछ मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं पश्चिमी हिमालय के ऊपरी इलाके में भी हल्की बर्फबारी की संभावना जताई जा रही है जबकि पंजाब के कुछ हिस्सों में और हरियाणा तथा दिल्ली में छिटपुट हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
यूपी का कैसा रहेगा मौसम?
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मौसम बदल गया है। अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक 28 मार्च को मथुरा, अलीगढ़ और मेरठ समेत 11 जिलों में बारिश हो सकती है। इसको लेकर अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। कुल मिलाकर मार्च के अंतिम दिनों में प्रदेश का मौसम सुहाना होने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है। मौसम विभाग की माने तो आज पश्चिमी यूपी में कहीं-कही पर बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने के भी आसार जताए गए हैं। जबकि इस अवधि में पूर्वी यूपी में मौसम शुष्क रह सकता है। गुरुवार को मथुरा, अलीगढ़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, सहारनपुर और शामली में बारिश होने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद और हापुड़ जिले में भी बारिश हो सकती है।
इन राज्यों में पड़ रही भयंकर गर्मी
IMD ने कर्नाटक, गुजरात और राजस्थान के कई हिस्सों में 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किये जाने के मद्देनजर इन स्थानों पर अगले दो दिनों में लू चलने के हालात की चेतावनी दी है। गुजरात के भुज में पारा 41.6 डिग्री सेल्सियस, राजकोट में 41.1 डिग्री सेल्सियस, अकोला में 41.5 डिग्री सेल्सियस और वाशिम में 41.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
लू की चेतावनी
आईएमडी ने एक बयान में कहा कि 28-29 मार्च के दौरान उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में, 28 मार्च को गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में लू की स्थिति उत्पन्न होने की आशंका है। इसमें यह भी कहा गया है कि कोंकड़ और गोवा में 28 मार्च को और 28-31 मार्च के दौरान रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और माहे में मौसम के गर्म और आर्द्र रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है। आईएमडी ने पहले अनुमान लगाया था कि भारत में इस साल अधिक गर्मी और अधिक लू वाले दिनों का अनुभव होगा, क्योंकि अल नीनो की स्थिति के कम से कम मई तक बरकरार रहने की संभावना है।
मार्च से मई के दौरान उत्तर-पूर्व, पश्चिमी हिमालय क्षेत्र, दक्षिण-पश्चिमी प्रायद्वीप और पश्चिमी तट को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में लू चलने के दिनों की संख्या सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। अल नीनो मध्य का आशय पूर्वी उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर में समुद्र की सतह का समय-समय पर गर्म होने से है और यह भौगोलिक घटना औसतन हर दो से सात साल में होती है जिसका असर नौ से 12 महीने तक रहता है। इस भौगोलिक घटना का संबंध हॉर्न ऑफ अफ्रीका और दक्षिणी संयुक्त राज्य अमेरिका में बढ़ी हुई वर्षा और दक्षिण पूर्व एशिया, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिणी अफ़्रीका में असामान्य रूप से शुष्क और गर्म स्थितियों से है।
मार्च में 9 राज्यों में पारा 40 डिग्री के पार
वर्ष 1970 के बाद से तापमान के आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण मार्च के अंत में पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की संभावना कई गुना बढ़ गई है। अमेरिका स्थित ‘क्लाइमेट सेंट्रल’ के शोधकर्ताओं (वैज्ञानिकों का एक स्वतंत्र समूह)ने वैश्विक स्तर पर तापमान में बढ़ोतरी के रुझान के संदर्भ में भारत की स्थिति के लिहाज से विश्लेषण किया है। 1970 के दशक की शुरुआत की जलवायु के दौरान मार्च के अंत में 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर के तापमान का सामना बहुत कम करना पड़ता था। तब महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और बिहार में मार्च के अंत में इतना अधिक तापमान दर्ज किये जाने की संभावना बमुश्किल पांच प्रतिशत से कुछ अधिक थी। लेकिन विश्लेषण से पता चला कि अब 9 राज्यों -महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, बिहार, राजस्थान, गुजरात, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में तामपान के 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना का प्रतिशत काफी बढ़ गया है। महाराष्ट्र में तापमान के 40 डिग्री सेल्सियस पहुंचने की संभावना 14 प्रतिशत है जो सर्वाधिक है।