टी.वी. सोमनाथन बने भारत के नए कैबिनेट सचिव, संभाला प्रभार, जानिए इनके बारे में
भारत सरकार ने 1987 बैच के तमिलनाडु कैडर के IAS अधिकारी टी.वी. सोमनाथन को देश का अगला कैबिनेट सचिव नियुक्त किया है। सोमनाथन ने 30 अगस्त को अपना पदभार संभाल लिया है।
IAS टी.वी. सोमनाथन ने शुक्रवार को भारत सरकार में नए कैबिनेट सचिव के रूप में पदभार संभाल लिया है। टी.वी. सोमनाथन 1987 बैच के तमिलनाडु कैडर के IAS अधिकारी हैं। भारत सरकार ने उन्हें देश का नया कैबिनेट सचिव नियुक्त किया गया है। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा के रिटायर होने पर उन्होंने शक्रवार को अपना पदभार संभाल लिया है। आइए जानते हैं टी.वी. सोमनाथन के बारे में कुछ खास बातें।
2 साल के लिए कैबिनेट सचिव रहेंगे
सोमनाथन इससे पहले केंद्रीय वित्त सचिव और व्यय सचिव के रूप में कार्यरत थे। भारत सरकार के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने टी वी सोमनाथन, आईएएस को 30.08.2024 से दो साल के कार्यकाल के लिए कैबिनेट सचिव के रूप में नियुक्त करने को मंजूरी दे दी है। मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने टी वी सोमनाथन, IAS की कैबिनेट सचिवालय में विशेष कार्य अधिकारी के रूप में नियुक्ति को भी मंजूरी दे दी है, जो उनके कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से लेकर कैबिनेट सचिव के रूप में कार्य करने तक लागू रहेगा।’
सोमनाथन के बारे में कुछ खास बातें
टी.वी. सोमनाथन ने कलकत्ता विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की है। उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल का कार्यकारी विकास कार्यक्रम भी पूरा किया है। वह एक योग्य चार्टर्ड अकाउंटेंट, कॉस्ट अकाउंटेंट और कंपनी सचिव हैं। सोमनाथन इससे पहले केंद्र में प्रधान मंत्री कार्यालय में संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी रहे हैं। उन्हें वाशिंगटन डीसी में विश्व बैंक में कॉर्पोरेट मामलों के निदेशक के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया था। वह कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। सोमनाथन ने तमिलनाडु सरकार में भी कई प्रमुख पदों पर कार्य किया है।
PIB के मुताबिक, टी.वी. सोमनाथन 1996 में विश्व बैंक में पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्रीय उपाध्यक्ष के रूप में वित्तीय अर्थशास्त्री के रूप में शामिल हुए थे। जब उन्हें बजट नीति समूह का प्रबंधक नियुक्त किया गया था तब वह बैंक के सबसे कम उम्र के सेक्टर प्रबंधकों में से एक बन गए। 2011 से 2015 तक उन्होंने विश्व बैंक में निदेशक के रूप में कार्य किया। उन्होंने अर्थशास्त्र, वित्त और सार्वजनिक नीति पर 80 से अधिक पत्र और लेख प्रकाशित किए हैं। इसके साथ ही वह मैकग्रा हिल, कैम्ब्रिज/ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस द्वारा पब्लिश तीन पुस्तकों के लेखक हैं।
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