नेशनल टेस्टिंग एजेंसी इन दिनों विवादों के घेरे में हैं। यूजीसी नेट परीक्षा के रद्द होने के बाद और नीट परीक्षा में धांधली की खबर सामने आने के बाद धर्मेंद्र प्रधान ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी में सुधार की संभावना है और एनटीए के जो भी अधिकारी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे किसी भी पद पर वे क्यों तैनात नहीं है। इस बीच अब सुबोध कुमार सिंह को एनटीए के महानिदेशक पद से हटा दिया गया है और आईएएस प्रदीप सिंह खरोला को एनटीए का महानिदेशक नियुक्त किया गया है।
धर्मेंद्र प्रधान ने एनटीए को लेकर दिया था बयान
बता दें कि एनटीए का गठन इसलिए किया गया था ताकि परीक्षाओं को दोषमुक्त किया जा सके, लेकिन बार-बार एनटीए फेल होता दिख रहा है। दरअसल इससे पहले यूजीसी नेट परीक्षा के पेपर लीक के बाद यूजीसी नेट परीक्षा को रद्द करना पड़ा था। वहीं नीट परीक्षा में भी पेपर लीक की बात सामने आई है। इसके बाद धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी में सुधार की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि एनटीए का जो भी अधिकारी इसमें शामिल होगा और जो दोषी होगा, चाहे वह किसी भी पद पर तैनात क्यों न हो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई का जाएगी।
पेपर लीक के बाद बड़ी कार्रवाई
बता दें कि एक के बाद एक लगातार हो रही पेपर लीक की घटनाओं को लेकर एनटीए की पारदर्शिता पर अब सवालिया निशान खड़े होने लगे हैं। इसी कड़ी में अब सुबोध कुमार सिंह को एनटीए के महानिदेशक के पद से हटा दिया गया है और प्रदीप सिंह खरोला को एनटीए का महानिदेशक नियुक्ति किया गया है। बता दें कि 21 जून को यूजीसी नेट की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। इस बाबत धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि डार्क नेट पर उपलब्ध यूजीसी के प्रश्न पत्र और यूजीसी नेट के प्रश्न पत्र का जब मिलान किया गया तो दोनों ही एकसमान थे। इस कारण यूजीसी नेट परीक्षा को स्थगित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार आश्वस्त करती है कि किसी भी बच्चे के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा।
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