भारतीय सेना का नाम सुनते ही हर भारतीय की छाती गर्व से चौड़ी हो जाती है। हमारी सेना 24 घंटे बॉर्डर पर खड़े रहकर हम सभी की रक्षा करती है। हम अपनी सेना की बहादुरी के कारण ही अपने घरों में चैन की नींद सो पाते हैं। हमारी आर्मी की बहादुरी की जितनी भी तारीफ की जाए, वह कम ही होगा। हर साल 15 जनवरी को हम 'आर्मी डे' मनाते हैं। इस दिन हम अपनी सेना की बहादुरी को याद करते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि 15 जनवरी को ही आर्मी डे के लिए क्यों चुना गया। आज हम आपको इसके पीछे का कारण बताएंगे।
15 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है 'आर्मी डे'
हर साल 15 जनवरी का दिन भारतीय सेना के साथ-साथ हर भारतीय के लिए गर्व का दिन होता है क्योंकि इसी दिन हम 'आर्मी डे' मनाते हैं। इस दिन अलग-अलग जगहों पर कई कार्यक्रमों का आयोजन होता है। इन कार्यक्रमों में सेना की वीरता, उनके शौर्य और कुर्बानियों को याद किया जात है। लेकिन क्या कभी सोचा है कि 15 जनवरी को ही आर्मी डे क्यों मनाया जाता है?
दरअसल हमारी आर्मी का गठन तब हुआ था जब हमारा देश अंग्रेजों के अधीन हुआ करता था। तब आर्मी के वरिष्ठ अधिकारी अंग्रेज ही हुआ करते थे। साल 1947 में हमारा देश आजाद हो गया मगर अभी भी वरिष्ठ पदों पर अंग्रेज ही आसीन होते थे। मगर साल 1949 में ब्रिटिश के आखिरी कमांडर जनरल फ्रांसिस बुचर ने भारतीय सेना की पूरी कमान लेफ्टिनेंट जनरल के. एम. करियप्पा को सौंप दिया। बता दें कि 15 जनवरी ही वह तारीख थी जब पहली बार इंडियन आर्मी की कमान किसी भारतीय के हाथ में आई। तब से ही हर साल 15 जनवरी को ही 'आर्मी डे' मनाया जाता है।
इस साल आर्मी डे कहां आयोजित हो रहा है
15 जनवरी 2024 को भारतीय सेना अपना 76वां आर्मी डे मना रहा है। इस साल आर्मी डे आयोजन देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से बाहर उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ में मनाया जा रहा है। यह दूसरी बार है जब आर्मी डे का आयोजन दिल्ली से बाहर हो रहा है। पिछले साल 2023 में आर्मी डे का आयोजन बेंगलुरु के गोविंदस्वामी परेड ग्राउंड में आयोजित हुआ था।
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