झांसी: झांसी में एनकाउंटर में मारे गए असद और गुलाम तक कैसे एसटीएफ की टीम पहुंची इसका खुलासा एनकाउंटर की एफआईआर में हुआ है। उमेश पाल शूट आउट के दो दिन बाद यानी 26 फरवरी को अतीक का शूटर बमबाज गुड्डू मुस्लिम झांसी के परीछा पावर प्लांट में सतीश पांडेय नाम के शख्स से मिलने आया था। इस सूचना के बाद से पुलिस लगातार इस इलाके पर नजर रख रही थी।
मुखबिर से STF को मिला इनपुट
मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ को असद और गुलाम का इनपुट मिला था जिसके बाद एसटीएफ ने घेराबंदी शुरू कर दी। एफआईआर के मुताबिक चिरगांव में मुखबिर से यह इनपुट मिला कि अभी-अभी असद और गुलाम काले रंग की डिस्कवर बाइक से चिरगांव से निकलकर पारीछा की तरफ गए हैं। मुखबिर ने यह भी बताया कि असद सफेद रंग की पठान सूट पहने हुए है और काली टोपी लगाए हुए है। वहीं गुलाम के बारे में यह खबर मिली कि वह लोवर और ग्रीन हाफ टी शर्ट पहने हुए है साथ ही सिर पर रुमाल बांधे हुए है।
पुलिस ने सरेंडर करने को कहा, लेकिन दोनों ने फायरिंग शुरू कर दी
यह खबर मिलते ही एसटीएफ की टीम पारीछा में दोनों को घेरने के लिए पहुंच गई। इसी बीच पारीछा बांध के मोड़ से करीब 100 मीटर पहले दोनों बिना नंबर की बाइक पर पारीछा की तरफ जाते हुए नजर आए। इसके बाद पुलिस ने उन्हें घेरकर पकड़ने की कोशिश की लेकिन दोनों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की जिसमें दोनों जख्मी हो गए। दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
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