लखनऊ: उमेश पाल के हत्यारे असद और गुलाम को गुरूवार को यूपी पुलिस की STF टीम ने झांसी में मार गिराया। इस एनकाउंटर में STF की टीम ने माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और एक अन्य शूटर गुलाम को ढेर किया। इस एनकाउंटर के बाद पुलिस ने कई खुलासे किये। इन्हीं खुलासों के बीच स्पेशल टास्क फ़ोर्स के प्रमुख IPS अधिकारी अमिताभ यश ने कई बातें इंडिया टीवी के साथ साझा कीं।
'दोनों हत्यारों को ट्रैक करने में कई मुश्किलें'
इंडिया टीवी के उत्तर प्रदेश ब्यूरो चीफ रूचि कुमार ने अमिताभ यश से बातचीत की। इस बातचीत में STF चीफ ने बताया कि असद और गुलाम को ट्रैक करने में टीम को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्हें ढूढने में पुलिस को कई असफलताओं का भी सामना करना पड़ा। लेकिन टीम ने हार नहीं मानी और कल गुरूवार को झांसी में असद और गुलाम के होने की सूचना मिली। इसके बाद STF दोनों को सरेंडर करने को कहा लेकिन वे दोनों भागने लगे और उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में दोनों को ढेर कर दिया।
'झांसी में घटना को अंजाम देना चाह रहे दोनों'
अमिताभ यश ने बताया कि अतीक अहमद को जब साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा था तब असद और गुलाम पुलिस की टीम पर हमला करना चाह रहे थे। इस घटना से अतीक को फायदा मिलता और कोर्ट उसके मूवमेंट पर रोक लगा देता, जिससे हमें जांच में सहयोग नहीं मिलता। इस घटना से जांच एजेंसियों और सिस्टम को बैकफुट पर चल जाता। ऐसी घटना से अतीक और उसके वकील कोर्ट में यह साबित कर देते कि पुलिस आरोपी की सुरक्षा करने में नाकाम हैं इसलिए उसे पुलिस की हिरासत में न भेजा जाए। उन्होंने बताया कि यह इनके पुराने तरीके थे लेकिन अब प्रशासन ज्यादा सख्त और ऐसी घटनाओं पर लगाम लग चुकी है।
'पूरे प्लान से दिया गया था उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम'
STF चीफ ने बताया कि अतीक की गैंग ने उमेश पाल हत्याकांड को बड़े ही प्लान से अंजाम दिया था। घटना के बाद कौन कहां जाएगा? किस्से मिलेगा? कहां रुकेंगे? किस्से मदद ली जाएगी? और कहां किस रूट से भागा जाएगा? इस दौरान इन्होने इस बात का ख्याल रखा कि एक जगह पर ज्यादा दिनों तक नहीं रूका जाएगा। इससे टीम को उन्हें ट्रैक करने में मुश्किल आई।
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