कलबुर्गी/बेंगलुरु: कर्नाटक में शुक्रवार को हिजाब पहन कर परीक्षा हॉल में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दिये जाने पर 2 लड़कियों ने दूसरी पीयूसी (कक्षा 12) परीक्षा छोड़ दी। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने इस मामले को ने छिटपुट घटना करार दिया। प्रदेश के कलबुर्गी जिले में भारतीय जनता पार्टी की बैठक में शामिल होने आये मुख्यमंत्री से हिजाब की अनुमति न दिये जाने पर दो छात्राओं द्वारा परीक्षा छोड़ने की घटना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘मुझे इस बारे में नहीं पता। यह छोटी-मोटी घटना हो सकती है। हमारे शिक्षा मंत्री इस मामले को देखेंगे।’
‘जो शिक्षा मंत्री कहेंगे, वही हमारी सरकार का रुख होगा’
जब मुख्यमंत्री बोम्मई से यह पूछा गया कि क्या दोनों छात्राओं को परीक्षा में बैठने का एक और मौका दिया जायेगा, उन्होंने कहा, ‘इस बारे में हमारे शिक्षा मंत्री जो भी कहेंगे वही हमारा (सरकार का) रुख होगा।’ बता दें कि दोनों छात्राएं हिजाब पहनकर परीक्षा केंद्र पर पहुंचीं थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्हें हिजाब पहनकर परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाए, लेकिन कॉलेज के अधिकारियों ने हाई कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। बाद में दोनों परीक्षा दिए बिना अपने अपने घरों को लौट गयीं।
हाल में प्रवेश से पहले हिजाब उतारने की व्यवस्था थी
चूंकि हिजाब या धार्मिक पहचान से जुड़े किसी भी कपड़े पर प्रतिबंध है, इसलिए अधिकारियों ने परीक्षा केंद्रों पर मुस्लिम लड़कियों के लिए हॉल में प्रवेश करने से पहले, हिजाब उतारने के लिये व्यवस्था की थी। परीक्षा में हिजाब पहनकर आने वाली लड़कियों ने कहा कि वे उन्हें अलग, नियत स्थान पर जा कर हटा देंगी और परीक्षा समाप्त होने के बाद उन्हें फिर से पहन लेंगी। हिजाब विवाद के साये में कड़ी सुरक्षा के बीच राज्य में आज से द्वितीय वर्ष की प्री-यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं शुरू हो गयीं।
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