कोरोना की नई लहर की आशंका पर बड़ा एक्शन, PM मोदी का टेस्टिंग और जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने पर जोर
चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमरीका में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना से लड़ने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए हाईलेवल मीटिंग की।
नई दिल्ली: कोरोनावायरस के कारण मास्क और सोशल डिस्टेंशिंग का दौर आज फिर लौट आया है। हमारे देश में कोरोना से घबराने जैसे हालात नहीं हैं लेकिन सावधानी जरूरी है इसीलिए आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना से लड़ने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए हाईलेवल मीटिंग की। मीटिंग में प्रधानमंत्री ने हॉस्पिटल बेड्स, ऑक्सीजन सप्लाई और वेंटिलेटर्स के बारे में जानकारी ली। देश भर में वैक्सीनेशन की रफ्तार क्या है, कितने लोगों ने बूस्टर डोज ले ली है इन सब सवालों पर प्रधानमंत्री को डिटेल में प्रेजेन्टेशन दी गई। पीएम की इस वर्चुअल मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह, हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडविया, हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण, कैबिनेट सचिव राजीव गाबा, नीति आयोग के CEO परमेश्वरन अय्यर और नीति आयोग के मेंबर हेल्थ, डॉक्टर वी के पॉल शामिल हुए।
वायरस से बचने के लिए सरकार ने क्या निर्देश दिए?
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक मोदी ने अधिकारियों से किसी भी तरह की लापरवाही ना बरतने को लेकर आगाह किया और कोरोना मामलों की कड़ी निगरानी की सलाह दी। पीएमओ के मुताबिक मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने अधिकारियों को विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर चल रहे निगरानी उपायों को मजबूत करने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया कि सभी स्तरों पर उपकरणों, प्रक्रियाओं और मानव संसाधनों के मामले में तैयारी उच्च स्तर की होनी चाहिए। उन्होंने राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर, पीएसए संयंत्रों, वेंटिलेटर और मानव संसाधन सहित अस्पताल के बुनियादी ढांचे से संबंधित कोविड विशिष्ट सुविधाओं का लेखाजोखा करने की सलाह दी।
पिछले 6 हफ्तों से वैश्विक स्तर पर 5.9 लाख दैनिक औसत मामले दर्ज
पीएमओ ने कहा कि बैठक के दौरान देश में कोविड की स्थिति और वैश्विक कोविड-19 की स्थिति के बारे में एक प्रेजेंटेशन दी गई। प्रधानमंत्री को बताया गया कि 22 दिसंबर, 2022 को समाप्त सप्ताह में भारत में मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है और औसत दैनिक मामले घटकर 153 और साप्ताहिक संक्रमण की दर घटकर 0.14 प्रतिशत हो गई है। हालांकि, पिछले 6 हफ्तों से वैश्विक स्तर पर 5.9 लाख दैनिक औसत मामले दर्ज किए गए हैं।
'मास्क पहनें, सोशल डिस्टेटिंग का करें पालन'
पीएमओ के अनुसार प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को टेस्टिंग और जीनोम सीक्वेंसिंग को तेज करने का निर्देश दिया। इससे देश में संक्रमण के नए प्रकारों का समय पर पता लगाने में मदद मिलेगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को शुरू करने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने सभी से हर समय कोविड के उपयुक्त व्यवहार का पालन करने का आग्रह किया, विशेष रूप से आगामी त्योहारी मौसम को देखते हुए, जिसमें भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना भी शामिल है। प्रधानमंत्री ने यह भी आग्रह किया कि विशेष रूप से कमजोर और बुजुर्ग समूहों के लिए बूस्टर डोज को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
दुनिया में बढ़ रहे कोरोना मामले, नए साल पर सतर्क रहने की जरूरत
चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमरीका में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है। इस सिलसिले में केंद्र सरकार ने बुधवार को एक रिव्यू मीटिंग की थी। मनसुख मांडविया ने इस मीटिंग से ठीक पहले संसद के दोनों सदनों में बयान भी दिया और कहा कि देश में स्थिति नियंत्रण में है और वैश्विक स्थिति पर सरकार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले तीन वर्ष में कोविड-19 ने वैश्विक स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा किया है जिससे हर देश प्रभावित हुआ है। पिछले कुछ समय में कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है।’’ मांडविया ने कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, कोविड समय-समय पर अपना वेरिएंट बदल रहा है, ऐसे में टीका लेने के साथ सभी को सतर्क रहना चाहिए एवं सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए।