मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में भारी बारिश की चेतावनी, गुजरात में बाढ़ का खतरा
आने वाले दिनों में मौसम साफ रहेगा और लोगों को तेज बारिश से राहत मिलेगी। हालांकि, गुजरात में आने वाले दिनों में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। यहां निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
अगस्त के आखिरी सप्ताह में भी देश के कई राज्यों में भारी बारिश का कहर जारी है। हालांकि, आने वाले दिनों में राहत मिलने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार (26 अगस्त) को गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है। इन सभी राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। गोवा और कर्नाटक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में भी भारी बारिश की संभावना है। उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और बिहार जैसे राज्यों में भी तेज बारिश हो सकती है।
आने वाले दिनों में मौसम साफ रहेगा और लोगों को तेज बारिश से राहत मिलेगी। हालांकि, गुजरात में आने वाले दिनों में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। यहां निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। 27 अगस्त महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात में भारी बारिश हो सकती है। इसके बाद सिर्फ गुजरात में ही बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम?
- 27 अगस्त को महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, केरल, त्रिपुरा और मिजोरम में भी भारी बारिश की संभावना है। गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र में मूसलाधार बारिश परेशानी खड़ी कर सकती है।
- 28 अगस्त को गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में ऑरेंज अलर्ट है। इसके अलावा महाराष्ट्र, केरल, असम, त्रिपुरा, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड में भी तेज बारिश हो सकती है।
- 29 अगस्त को गुजरात और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जम्मू कश्मीर, मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़, ओडिशा और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में तेज बारिश के आसार हैं।
त्रिपुरा के लिए केंद्र से विशेष पैकेज की मांग
कांग्रेस की त्रिपुरा इकाई ने राज्य में बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र सरकार से विशेष पैकेज की मांग की है। राज्य में बाढ़ में कम से कम 26 लोगों की मौत हुई है और दो लोग लापता हैं। कांग्रेस विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने कहा, "बाढ़ से हुई क्षति बहुत बड़ी है। सर्वदलीय बैठक में हमने राज्य के पुनर्निर्माण और इसके लोगों के लिए मुख्यमंत्री माणिक साहा के समक्ष कुछ प्रस्ताव रखे। मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि बाढ़ के कारण अनुमानित नुकसान 15,000 करोड़ रुपये हो सकता है। अंतिम आकलन के बाद यह और बढ़ सकता है। हम प्रस्ताव देते हैं कि मुख्यमंत्री केंद्र से बाढ़ प्रभावित राज्य के हालात का आकलन करने के लिए केंद्रीय दल भेजने का आग्रह करें। राज्य सरकार प्रदेश के लिए विशेष पैकेज की मांग को लेकर प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री या केंद्रीय वित्त मंत्री से मिलने के लिए एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल दिल्ली भेज सकती है।"
राजस्थान में भारी बारिश के बाद पांच श्रद्धालु बहे
राजस्थान के जालोर में पानी के तेज बहाव में पांच श्रद्धालु बह गये, जिनमें से तीन लोगों को बहार निकाल लिया गया जबकि एक महिला की मौत हो गई और एक अन्य की तलाश जारी है। उदयपुर, धौलपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, कोटा, बारां, अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक, जालोर, दौसा, सवाई माधोपुर और सिरोही जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी राजस्थान में सबसे अधिक बारिश दौसा में 144.0 मिमी और पश्चिमी राजस्थान के जालोर के रानीवाड़ा में 65 मिमी बारिश दर्ज की गई। पुलिस ने बताया कि जालौर के जसवंतपुरा उपखंड में भारी बारिश के कारण पहाड़ से पानी सुंधा माता मंदिर की सीढ़ियों पर बहने लगा। तेज बहाव में पांच श्रद्धालु बह गए जिनमें से एक महिला की मौत हो गई। मौसम विभाग ने सोमवार तक कोटा, उदयपुर और जोधपुर संभाग के कई इलाकों में भारी बारिश का अनुमान जताया है। विभाग के अनुसार 27 अगस्त से भारी बारिश की गतिविधियों में कमी आने की प्रबल संभावना है।
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