यूपी के हाथरस में भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ सूरजपाल सिंह के सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में 122 लोगों की जान चली गई थी। इस केस में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं और भोले बाबा उर्फ सूरजपाल सिंह भी सामने आया है और अपना बयान दिया है। इस बीच इस घटना की गूंज अब यूपी के बाद बिहार भी पहुंच गई है। पटना सिविल कोर्ट में भोले बाबा के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। बता दें कि इस बड़ी घटना के बाद पहले ही उत्तर प्रदेश में मामला दर्ज हो चुका है। पुलिस और एसआईटी की टीम घटना के हर बिंदु पर जांच कर रही है। अब पटना की कोर्ट में मुकदमा दर्ज होने के बाद भोले बाबा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
दो जुलाई को हुई थी हाथरस की दर्दनाक घटना
बता दें कि हाथरस में दो जुलाई को स्वयंभू संत और उपदेशक नारायण साकार हरि उर्फ 'भोले बाबा' के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई थी और इसमें 122 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें ज्यादातर महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थे। इस घटना के बाद पूरा देश स्तब्ध रह गया था और इस दर्दनाक घटना के बाद यूपी में केस दर्ज कराया गया था। एफआईआर के मुताबिक कार्यक्रम में 80 हजार लोगों को ही सत्संग में शामिल होने की अनुमति दी गई थी। लेकिन सत्संग में 2.50 लाख से अधिक लोग पहुंच गए थे।
घटना के चार दिन बाबा आया सामने
एफआईआर के अनुसार, सत्संग आयोजकों ने सबूत छिपाकर तथा बाबा के अनुयायियों की चप्पलें और अन्य सामान पास के खेतों में फेंक कर कार्यक्रम में मौजूद लोगों की वास्तविक संख्या को छिपाने की कोशिश की थी। जानकारी के मुताबिक भगदड़ तब मची थी जब कई श्रद्धालु भोले बाबा के पैरों की मिट्टी लेने के लिए उसकी कार की तरफ दौड़े थे। लोगों के बीच ये मान्यता थी कि बाबा के चरणरज से उनकी सभी बीमारियां ठीक हो सकती हैं।हादसे के बाद से ही भोले बाब फरार था और चार दिनों बाद बाबा ने अपना बयान दिया।
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