HaJJ 2022: मुस्लिम समुदाय की पवित्र हज यात्रा आज से शुरू हो गई है। कोरोना वायरस के चलते दो वर्ष तक प्रभावित रहने के बाद इस साल यह यात्रा पूरे जोर-शोर के साथ शुरू हो गई है और इस बार इसमें दुनियाभर के 10 लाख मुसलमान हिस्सा ले रहे हैं। मुस्लिम समुदाय में मान्यता है कि अगर कोई मुसलमान शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम है तो उसको जीवन में कम से कम एक बार हज यात्रा जरूर करनी चाहिए। इस हज यात्रा के दौरान वह उन स्थानों की यात्रा करते हैं, जहां लगभग 1,400 वर्ष पहले पैंगबर मोहम्मद ने अपना जीवन बिताया था। हज यात्रा शुरू होने के बाद पांच दिन तक यात्री अलग-अलग तरह की रस्मे पूरी करते हैं।
इन रस्मों में इस्लाम के सबसे पवित्र स्थल काबा के आसपास इबादत करना शामिल है। गुरुवार को मस्जिद हरम के आंगन में हजारों हज यात्रियों ने काबा के आसपास तवाफ (परिक्रमा) किया। हालांकि, इस दौरान पिछले दो साल की तुलना में अलग नजारा देखने को मिला। कोरोना महामारी के चलते जहां साल 2020 और 2021 में हजयात्री पाबंदियों का कड़ाई से पालन करते दिखे थे, इस बार उतनी सख्ती नहीं दिखाई दे रही। कई हज यात्री बिना मास्क के यात्रा करते दिख रहे हैं। साथ ही सामाजिक दूरी का पालन भी इस बार बहुत कम दिखाई दे रहा है।
पहले के मुकाबले कम हैं हज यात्री
इस साल केवल उन 10 लाख विदेशी और घरेलू यात्रियों को हज की अनुमति दी गई है, जिनका टीकाकरण पूरा हो चुका है। इस साल केवल 18 से 65 वर्ष की आयु के यात्रियों को हज की अनुमति है। अधिकारियों के अनुसार 85 प्रतिशत हज यात्री विदेशी हैं। हालांकि, इस साल भी हज यात्रियों की संख्या कोरोना से पहले की तुलना में काफी कम है, क्योंकि हर साल लगभग 25 लाख लोग हज यात्रा करते थे। साल 2020 में जब कोविड अपने चरम पर था तब केवल 1,000 सऊदी निवासियों को हज की अनुमति मिली थी।
क्यों और कैसे की जाती है हज यात्रा
मुस्लिम समुदाय हज यात्रा को बेहद पवित्र मानते हैं। इस्लाम में कहा गया है कि हज यात्रा करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट होती है। इस यात्रा से मुस्लिम अल्लाह के करीब आते हैं। हज यात्री धुल हिज्जा महीने के सातवें दिन मक्का पहुंचते हैं, यहां पहुंच कर वह इहराम बांधते हैं जो एक तरह का बिना सिला हुआ कपड़ा होता है। इसे पुरष यात्री अपने शरीर पर लपेटते हैं। जबकि महिला यात्री हिजाब के साथ कोई भी सादा कपड़ा पहन सकती हैं।
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