Gurugram News: गुरुग्राम में 7 साल के बच्चे का खुले नाले में डूबने का मामला सामने आया है। घटना गुरुग्राम के गडोली गांव की है जहां खेलते-खेलते अचानक बच्चे का पैर फिसल गया जिसके कारण वह नाले में जा गिरा। बच्चा लापता बताया जा रहा है, अभी तक उसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। प्रशासन की लापरवाही के चलते इलाके में तनाव का माहौल है। बच्चे की पहचान निशांत के रूप में हुई है। हादसे के बाद गुस्साए लोगों ने कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुग्राम-पटौदी मार्ग और सेक्टर-10ए चौक पर प्रदर्शन किया, जिसके चलते लंबा जाम लग गया।
अपने मां-बाप की इकलौती संतान था निशांत
आपको बता दें कि सात साल का मासूम निशांत अपने मां-बाप की इकलौती संतान था ऐसे में पूरे घर में गम का पहाड़ टूट गया है। लोगों ने बताया कि गडोली गांव में गुरुग्राम-पटौदी रोड के पास बहने वाले नाले को अधिकारियों ने खुला छोड़ रखा था। उसके पास निशांत समेत तीन बच्चे खेल रहे थे। इस दौरान निशांत का पैर फिसल गया और वह नाले में जा गिरा। उसकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और बचाने का प्रयास किया, लेकिन बारिश के कारण पानी का बहाव काफी तेज होने के कारण वह बह गया।
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जिला प्रशासन पर लापरवाही के आरोप
जिसके बाद पुलिस को घटना की सूचना दी गई। सूचना मिलते ही स्थानीय थाने की टीम और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और बच्चे को नाले से बाहर निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। 2 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी वे बच्चे को नाले से नहीं निकाल पाए। वहीं, निशांत को जल्द रेस्क्यू न करने पर ग्रामीणों ने जिला प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए और सड़कों पर उतर गए जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने पटौदी रोड पर जाम लगा दिया। इस दौरान गुस्साए ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
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पहले भी कई लोग गंवा चुके हैं जान
एक ग्रामीण ने आरोप लगाया, सड़क के किनारे बने नाले को ढका नहीं गया है। प्रशासन की लापरवाही से बच्चे की मौत हो गई। नाला खुला होने से अब तक 4-5 लोगों की जान जा चुकी है लेकिन स्थानीय प्रशासन ने इस मामले में आंखें मूंद ली हैं। नाकेबंदी के कारण मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पांच घंटे से अधिक समय तक प्रभावित रही। सेक्टर-10 ए थाना पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और लोगों को शांत करने का प्रयास किया।
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