नयी दिल्ली: कुन्नूर हेलिक्रॉप्टर क्रैश में देश के पहले CDS बिपिन रावत की मौत के बाद उनकी जगह कौन लेगा, आज यही सबसे बड़ा सवाल है। इस संबंध में कैबिनेट कमेटी ऑफ सिक्योरिटी जल्द फैसला ले सकती है। आम तौर पर सेना में उत्तराधिकारी के नियम स्पष्ट होते हैं लेकिन चूंकि CDS पद का सृजन ही पहली बार 2019 में बिपिन रावत की नियुक्ति के साथ हुआ है और सीडीएस का काम मिलिट्री ऑफिसर और ब्यूरोक्रेट्स दोनों रुप में होता है। ऐसे में अब सरकार के ऊपर है कि वह जल्द से जल्द फैसला लेकर नए CDS की नियुक्ति करे।
बताया जा रहा है कि सरकार जल्द ही अगले CDS की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करेगी और शीर्ष पद के लिए दौड़ में सबसे आगे सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे हैं। सरकार यह कदम तब उठा रही है जब कई सेवानिवृत्त सैन्य कमांडरों का कहना है कि जनरल नरवणे को इस पद पर नियुक्त करना विवेकपूर्ण कदम होगा क्योंकि वह पांच महीने के अंदर सेना प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
इस मामले से अवगत लोगों ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार सेना, नौसेना और वायु सेना के वरिष्ठ कमांडरों की एक समिति बनाएगी। तीनों सेनाओं से अगले दो-तीन दिनों के अंदर मिलने वाली अनुशंसा के आधार पर समिति को अंतिम रूप दिया जाएगा और फिर इसे मंजूरी के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भेजा जाएगा। रक्षा मंत्री से मंजूरी मिलने के बाद नामों पर विचार के लिए उन्हें कैबिनेट की नियुक्ति समिति के पास भेजा जाएगा जो भारत के अगले CDS के नाम पर अंतिम निर्णय लेगी।
यह जानकारी मामले से अवगत लोगों ने बताया कि चीफ ऑफ इन्टीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ से लेकर चीफ्स ऑफ स्टाफ कमिटी के अध्यक्ष CDS पद के लिए संभावित उम्मीदवारों की समिति तय करने की प्रक्रिया में समन्वय करेंगे। उन्होंने प्रक्रिया के बारे में बताया कि सरकार CDS की नियुक्ति के लिए उसी प्रोटोकॉल का पालन करेगी जो तीनों सेनाओं के प्रमुखों की नियुक्ति के लिए तय है।
CDS चीफ्स ऑफ स्टाफ कमिटी (सीओएससी) के अध्यक्ष होते हैं जिसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल होते हैं। समझा जाता है कि जनरल नरवणे के प्रदर्शन एवं पूर्वी लद्दाख गतिरोध को जिस तरीके से उन्होंने संभाला, उसे देखते हुए शीर्ष पद पर उनकी नियुक्ति की संभावना ज्यादा है। जनरल नरवणे तीनों सेना प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ हैं। भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने क्रमश: 30 सितंबर और 30 नवंबर को पदभार ग्रहण किया है।
आम तौर पर सेना में हर अधिकारी के नीचे दूसरा-इन-कमांड अधिकारी होता है। चाहे वह फील्ड में हो या एक सेवा प्रमुख के रूप में। आम तौर पर मुख्य अधिकारी के अस्वस्थ होने पर, वहीं काम करता है। फिलहाल CDS के लिए इस तरह की व्यवस्था नही है। ऐसे में अब सरकार के स्तर पर नए CDS की जल्द से जल्द नियुक्ति की जाएगी। फिलहाल तीनों सेना प्रमुखों में थल सेना अध्यक्ष एम.एम.नरवणे सबसे वरिष्ठ हैं।
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