नई दिल्ली: पुलिस ने दिल्ली मेट्रो में पॉकेटमारी करने वाली 3 महिलाओं को गुरुवार को गिरफ्तार कर उनके गिरोह का भंडाफोड़ किया है। आरोपियों की पहचान 26 साल की गायत्री, 40 साल की अनीता और 35 साल की सविता के रूप में हुई है। ये तीनों सेंट्रल दिल्ली के आनंद पर्वत इलाके में स्थित फरीदपुरी की रहने वाली हैं। पुलिस ने बताया कि बेंगलुरु की रहने वाली 60 वर्षीय पी. जया भाग्य लक्ष्मी ने 1 अप्रैल को शिकायत दर्ज कराई कि करोल बाग से राजीव चौक के बीच चलती मेट्रो में किसी ने उनका पर्स चुरा लिया था।
CCTV फुटेज ने महिला पॉकेटमारों तक पहुंचाया
भाग्य लक्ष्मी ने अपनी शिकायत में कहा था कि पर्स में सोने के गहने और घर की चाभी थी। मेट्रो पुलिस उपायुक्त जितेंद्र मणि ने कहा कि जांच के दौरान करोल बाग से राजीव चौक मेट्रो स्टेशन तक CCTV फुटेज की पूरी जांच की गई और इस दौरान ट्रेन के अंदर लगे कैमरों के फुटेज भी खंगाले गए। उन्होंने कहा कि विश्लेषण करने पर 3 महिला यात्रियों की गतिविधियां संदेहजनक पाई गईं। जितेंद्र मणि ने कहा कि इसके बाद टीम तुरंत हरकत में आ गई और तीनों को 24 घंटे के अंदर पकड़ लिया गया।
लोगों को कैसे अपना शिकार बनाती थीं महिलाएं?
पूछताछ में आरोपी महिलाओं ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उनके घर से चोरी का पर्स भी बरामद हो गया जिसमें सोने का चेन, अंगूठी और गोल्ड स्टड और पीड़िता के घर की चाभी भी थी। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि यह गिरोह मेट्रो ट्रेनों, भीड़-भाड़ वाली बसों और ट्रेनों में हाथ साफ करता था। उन्होंने कहा कि जिसे शिकार बनाना होता था उसे वे घेर लेती थीं और फिर उसका ध्यान भटकाकर कीमती सामान चुरा लेती थीं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि चोरी का सामान सबमें बांट दिया जाता था और इसी से उनका गुजर-बसर होता था।
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