Flood in Odisha: ओडिशा के महानदी में बाढ़ ने आने से बड़ा हादसा हो गया। तेज धारा की वजह एक नाव बह गई जिसपर 70 यात्री सवार थे। ओडिशा फायर सर्विसेस की तरफ से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मॉनसून सीजन की भारी बारिश की वजह से इन दिनों राज्य तबाह है। बाढ़-बारिश से लोग परेशान हैं। लगातार हो रही बारिश से महानदी में बाढ़ आ गई है। कटक जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है। कई इलाके बाढ़ में डूब गए हैं। काफी संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। राज्य सरकार ने निचले इलाकों और बाढ़ क्षेत्रों से खाली कराए गए लोगों के लिए मुफ्त में भोजन की व्यवस्था की है। पीने के पानी के पाउच दिए जा रहे हैं। प्रभावति जिले में लोगों को आश्रय देने के लिए पर्याप्त मात्रा में पॉलीथिन सीट भेजी गई है। पशुओं के लिए चारा की भी व्यवस्था की जा रही है।
बाढ़ से राज्य बेहाल
दो दिन पहले ओडिशा सरकार ने कम दबाव वाले क्षेत्र के दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होने के कारण राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश होने के मद्देनजर तटीय जिलों के लिए ‘हाई अलर्ट’ जारी किया था। विशेष राहत आयुक्त पी.के.जेना ने बताया कि महानदी बेसिन क्षेत्र में फिर बारिश होने से पहले ही बाढ़ की मार झेल रहे क्षेत्रों में स्थिति और खराब हो गई है।
प्रभावित इलाकों में अलर्ट जारी
राज्य सरकार ने जिला प्रशासन से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को मदद मुहैया कराने को कहा है। राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दबाव क्षेत्र के चलते भारी बारिश के कारण जगतसिंहपुर और रायगढ़ जिलों और उत्तरी क्षेत्र के सुवर्णरेखा बेसिन के कुछ इलाकों में बाढ़ आ गई। अधिकारियों ने बताया था कि संवेदनशील पहाड़ी इलाकों में बाढ़ आने, मिट्टी धंसने और भूस्खलन होने की आशंका है, जिससे कुछ अतिसंवेदनशील सड़कों और मकानों को नुकसान पहुंच सकता है। केंद्रापड़ा, जगतसिंहपुर, कटक, ढेंकनाल और अंगुल समेत 12 जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया था। झारसुगुड़ा, बरगढ़, कालाहांडी, कंधमाल, गंजम, नयागढ़, खुर्दा और पुरी के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया था। मछुआरों को समुद्र में न जाने से मना कर दिया गया था।
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