चीन में कोरोना एक बार फिर बेकाबू हो गया है। इसकी वजह से यहां हाहाकार मची हुई है। इस बीच भारत से चीन जाने वाली फ्लाइटों को तत्काल प्रभाव से रद्द करने की मांग होने लगी है। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने केंद्र सरकार से अपील की है, ''चीन में कोविड-19 की खतरनाक स्थिति को देखते हुए सरकार को चीन से आने-जाने वाली सभी उड़ानें तत्काल निलंबित कर देनी चाहिए। अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। एक घातक संस्करण उभरने की संभावना को देखते हुए, भारत को कोविड प्रोटोकॉल को फिर से लागू करने पर विचार करना चाहिए।”
लाशों की लगी कतार
चीन के ज़ुहाई शहर में हॉस्पिटल के कॉरिडोर में स्ट्रेचर पर लाशों की कतार लगी है। शवगृह में शवों के रखने की जगह नहीं बची है। बीजिंग की हालत तो ज़ुहाई से भी ज्यादा खराब है। यहां चुइयांग्लु अस्पताल का यह हाल है कि मरीज और शव एक ही कमरे में हैं। एक तरफ लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं तो उसके ठीक बगल में कई शव रखे हुए हैं।
अस्पतालों में आईसीयू बेड की कमी
चीन के अस्पतालों में आईसीयू बेड की कमी भी होने लगी है। दवाई की दुकानों में लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं। दवा की कमी के कारण उनकी कीमतें कई गुना ज्यादा बढ़ गई हैं। एक्सपर्ट की मानें तो अगर ऐसे ही हालात रहे तो 2023 तक चीन में कोरोना के कारण 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत होगी।
भारत सरकार अलर्ट
चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखकर भारत सरकार भी सतर्क हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया 21 दिसंबर को कोरोना पर हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। वैसे तो भारत में दूसरे देशों के मुकाबले कोरोना की स्थिति काफी बेहतर है, लेकिन सरकार ने अभी से कोरोना से निपटने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
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