राहुल के सिया-राम और ओवैसी का इमोश्नल बयान... स्मृति ईरानी ने दोनों पर किया पलटवार
स्मृति ईरानी ने गुजरात में एक बार फिर से BJP की सरकार बनने का पूरा दावा किया। उन्होंने कहा " भाजपा इस बार फिर से नया रिकॉर्ड बनाने जा रही है, गुजरात में इतिहास रचा जाएगा और नरेंद्र भाई मोदी तो इतिहास रचने के लिए ही जाने जाते हैं"।
गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का भी प्रचार आज समाप्त हो गया। सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत के साथ प्रचार-प्रसार किया। विपक्षी दल ने BJP पर यह आरोप भी लगा दिया कि मोदी ने अपना पूरा कैबिनेट अहमदाबाद में चुनाव प्रचार के लिए लगा दिया है और अब सरकार अहमदाबाद से चलाई जा रही है। इसके आलावा BJP पर हमेशा की तरह ध्रुवीकरण का भी आरोप लगाया गया है। इसी को लेकर इंडिया टीवी के संवाददाता ने स्मृति ईरानी से खास बातचीत की।
गुजरात में सरकार किसकी?
स्मृति ईरानी ने गुजरात में एक बार फिर से BJP की सरकार बनने का पूरा दावा किया। उन्होंने कहा, "आज प्रचार का अंतिम दिन था और यह आखिरी रोड शो भी था। मैं गुजरात की जनता में नरेंद्र भाई मोदी के लिए प्यार देखकर अभिभूत हूं। आज ढाई दशकों के बाद भी यहां पर सबके जुबान पर नरेंद्र मोदी और भाजपा का ही नाम चढ़ा हुआ है। भाजपा इस बार फिर से नया रिकॉर्ड बनाने जा रही है। गुजरात में इतिहास रचा जाएगा और नरेंद्र भाई मोदी तो इतिहास रचने के लिए ही जाने जाते हैं"।
राहुल के सिया-राम वाले बयान पर बोलीं स्मृति ईरानी?
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि BJP सिया राम और हे राम क्यों नहीं कहती वह जय श्री राम कहती है, वह महिलाओं का अपमान करती है, राम के बताए रास्ते पर नहीं चलती... इसका जवाब देते हुए स्मृति ईरानी ने कहा, "जिस इंसान और उसके परिवार ने भगवान के अस्तित्व को एक एफीडेविट में नकार दिया था, मुझे खुशी है कि उन्हें जीवन के एक अलग पड़ाव पर प्रभु का स्मरण हो रहा है। अगर राहुल राजनीतिक कारणों के चलते धार्मिक हो गए हैं तो उन्हें कम से कम ये पता होना चाहिए था कि श्री का मतलब क्या होता है? श्री का मतलब लक्ष्मी होता है। BJP और धर्म को अगर समझने का वह प्रयास करेंगे तो उन्हें पता लगेगा कि लक्ष्मी के हाथों में कमल ही शोभा देता है। अगर वह राष्ट्रभक्त होते या धार्मिक इंसान होते तो अपनी पार्टी में गौ हत्यारों और भारत के टुकड़े करने वालों को जगह नहीं देते और ना ही वह उनलोगों को अपने भारत जोड़ो यात्रा में शामिल करते। जिस राम की वह बात कर रहे है उनके कथन पर उन्हें चलना चाहिए एगर वह चलते तो वह ऐसे इंसानों के साथ उनकी पीठ थप-थपाते नहीं चलते"।
क्या ओवैसी इमोश्नल कार्ड खेल रहे हैं?
ओवैसी ने गुजरात चुनाव प्रचार-प्रसार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है और जनता के सामने वह रोते हुए भी नजर आए थे और उपर वाले का वास्ता देकर वोट भी मांगते हुए नजर आ रहे हैं... इस पर स्मृति ईरानी ने कहा, "ओवैसी के आंसू इस समय इसलिए छलक रहे हैं क्योंकि उन्हें यह आभास हो गया है कि वह इस चुनाव में हार रहे हैं। हिंदुओं को लेकर बद्दरूद्दिन अजमल के विवादित बयान पर स्मृति ने ईरानी ने कहा कि ऐसे ओछी लोगों की ओछी बातों पर मैं कोई प्रतिक्रिया देकर अपना स्तर नहीं गिराना चाहती हूं"।