Exclusive: '4-5 दिन पर पहाड़ियों से नीचे आते हैं आंतकी और...', इंडिया टीवी के हाथ लगी बड़ी जानकारी
इंडिया टीवी के हाथ आतंकियों को लेकर बड़ी जानकारी लगी है। एक सोर्स ने जानकारी देते हुए बताया कि पहाड़ियों से आतंकी 4-5 दिन पर नीचे उतरते हैं।
हर 4-5 दिन में आतंकी पहाड़ियों की चोटियों से नीचे उतरते हैं और जो आसपास के रहने वाले करवाल और गुर्जर हैं उनसे भेड़ कटवाते हैं और खाना बनवाते हैं। साथ ही उनको इसके लिए 10,000 रुपये भी देते हैं। आतंकियों से जिन-जिन लोगों ने अलग-अलग समय पर मुलाक़ात की और आतंकियों ने जिन्हें धमकाकर काम करवाया। इंडिया टीवी से बात करते हुए सूत्र ने दी जानकारी।
स्थानीय लोगों से करवाते हैं जबरन काम
सूत्र ने आगे कहा कि आतंकी हर बार स्थानीय लोग जिनसे वो काम करवा रहे हैं या फिर खाना बनवा रहे हैं उनसे आधार कार्ड और उनकी फ़ोटो अपने फ़ोन में खींच कर रखते हैं और धमकी देते हैं कि अगर किसी को बताया तो वो अपने लोगों को पाकिस्तान में और साथ में यहां पर बता देंगे। उन्होंने ये बताया कि आतंकी पिछले डेढ़-दो महीने से यहां पर हैं और उनका कहना है कि वो लंबा रहने आए हैं।
लंबा रहने आए हैं आतंकी
सूत्र ने उर्दू जबान में हमें बताते हुए कहा, “आतंकी ने कहा हम पंजाब से आए हैं कश्मीरी हैं, लंबा रुकेंगे हमारे साथ बहुत सारे लोग आए हैं।” साथ ही कहा कि पहाड़ की चोटियों पर रहने वाले लोगों के हॉट स्पॉट लेकर पाकिस्तान में बात की इंस्टाग्राम और फ़ेसबुक देखा अपनी ख़बरों को भी देखा। हॉट स्पॉट लेकर उन्होंने पाकिस्तान में बात की और अपने दूसरे ग्रुप को मैसेज करने के लिए भी अपने पाकिस्तानी हैंडलर को कहा।
हर ग्रुप में 3-5 आतंकी
सूत्र ने आगे दावा किया कि बदरवा किश्तवाड़ और डोडा इलाक़े में क़रीबन 10 आतंकी है जो की पाकिस्तानी हैं और इनकी उम्र क़रीबन 25-30 साल है। ये नॉर्थ वेस्ट फ्रंटियर या फिर अफ़ग़ानिस्तान या पाकिस्तान के वो आतंकी जो कि अलग-अलग जगहों पर थे, उन्हें घुसपैठ कराकर यहाँ पर भेजा गया है। इनके पास कम से कम 10 लाख रुपये हैं, ये हर एक ग्रुप के पास है और एक ग्रुप में 3 से 5 लोग हैं।
अलग भाषा में करते हैं बात
सूत्र ने आगे कहा कि ये पाकिस्तानी अपने हैंडलर्स से अलग भाषा में बात करते हैं यहां तक की एक स्थानीय गुर्जर का हॉट स्पॉट लेकर अपने परिवार के लोगों से भी बात की। आगे कहा कि सोजधारा जो ऊँची चोटी पर मौजूद है वो उधमपुर कठुआ को अलग करती है और इन्हीं की चोटियों पर आतंकी छुपे हुए हैं।
आंतकियों के पास बुलेट प्रूफ जैकेट भेदने वाली गोली जैसे महंगे हथियार
आगे टॉप सोर्स ने बताया कि पाकिस्तान अपने ट्रेनिंग देकर आतंकियों, पूर्व एसएसजी, किराए के सैनिकों को हर ग्रुप के लिए कम से कम 1 लाख रुपये की धनराशि के साथ भारत भेज रहा है। पाकिस्तान हताश और निराश है, इसीलिए वह चीनी बुलेट प्रूफ जैकेट भेदने वाली गोली के साथ M4 जैसे महंगे हथियार दे रहा है। साथ ही आतंकी सैमसंग फोन और आईकॉम रेडियो सेट के माध्यम से वाई एसएमएस का उपयोग कर रहे हैं।
गाइड को 10-50 हजार रुपये
आतंकियों ने घुसपैठ के दौरान मदद करने वाले गाइड को 10-50 हजार रुपये दिए जाते हैं। आतंकवादियों ने इंटरनेशनल बॉर्डर या अन्य रास्ते का फायदा उठाया, बीएसएफ सभी बाड़ और सुरंग की जांच कर रही है। वहीं, आगे कहा कि आतंकी खाने के लिए स्थानीय लोगों को 5-6 हजार देते हैं। इन पाकिस्तानी आतंकवादियों को पाकिस्तानी सेना द्वारा ट्रेनिंग दी जाती है और उनके परिवार को पैसा भी दिया जाता है।
पाकिस्तान ने एक्टिव किए टेरर कैंप
पाकिस्तान ने अपने टेरर कैंप एक्टिव कर दिए हैं और पैसे के लिए पाकिस्तानी आतंकवादियों को शामिल कर लिया है, क्योंकि वे अब कश्मीर के युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में असफल हो गए हैं। पाकिस्तान में एक्टिवेटेड आतंकी शिविर के नाम भी उन्होंने बताए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के निकेल, जंद्रुत, खुरेटा, कोटली, समानी, अब्दुल बिन मसूद, समन और कोट कोटेरा टेरर कैंप को एक्टिव कर दिया है।
जवानों के चेहरे पर मारी थी गोली
बता दें कि कल क़रीबन 10 मीटर की दूरी से सीधा मुंह पर चारों जवानों की गोली आतंकियों ने अपने हथियारों से मारी जिसमें स्नाइपर या फिर टेलीस्कोप लगा हुआ था। 2021 से 2024 तक आतंकी सफाई अभियान के दौरान कुल 48 सुरक्षाकर्मी कार्रवाई में शहीद हुए हैं, जिनमें 38 भारतीय सेना के जवान थे।
ये भी पढ़ें:
उत्तर प्रदेश में भाजपा ने दिए बदलाव के संकेत, ऐसे नेताओं पर लटकी तलवार
5 साल, 22 भाषाएं, 22 हजार नई किताबें! जानें, केंद्र सरकार के 'अस्मिता' प्रोजेक्ट में क्या है खास