कंझावला कांड: अंजलि के शराब पीने से लेकर यौन शोषण के सवालों पर दिल्ली पुलिस ने दिए सारे जवाब
कंझावला कांड के सभी आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद सुबह 4 बजकर 33 मिनट पर कैमरे में रिकॉर्ड हुए। ये सभी आरोपी कार को पार्क करने के बाद ऑटो से फरार हो गए थे।
नई दिल्ली: दिल्ली के कंझावला कांड को लेकर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी सागरप्रीत हुड्डा ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई अहम खुलासे किए। दिल्ली पुलिस ने कहा कि इस मामले में गिरफ्तार पांचों आरोपियों के बयान अलग-अलग हैं और सभी के बयानों की जांच की जा रही है। पुलिस ने कहा कि अंजलि और आरोपियों के बीच कोई पुरानी जान-पहचान नहीं थी और मृतका के साथ किसी प्रकार का यौन शोषण नहीं हुआ है, यह एक्सीडेंट का ही केस है। अंजलि ने घटना वक्त शराब पी थी या नहीं इसका केस से कोई ताल्लुक नहीं है।
जल्द ही चार्जशीट दायर करेगी पुलिस
पुलिस ने बताया कि घटना के समय कार दीपक नहीं बल्कि अमित चला रहा था। पुलिस अफसर ने कहा कि इस मामले में दिल्ली पुलिस की 18 टीमें काम कर रही हैं, और फॉरेंसिक रिपोर्ट का आना अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि मामले में इन पांचों के अलावा 2 और लोगों के नाम हैं (आशुतोष और अंकुश खन्ना)। वहीं, निधि के बयानों के बारे में पूछे जाने पर पुलिस अफसर ने कहा कि वह फिलहाल उसके बयान पर कुछ नहीं कहेंगे। इस मामले में पुलिस जल्द ही चार्जशीट दायर करेगी।
पहली बार कैमरे पर दिखे सभी पांचों आरोपी, ऑटो से हुए थे फरार
इससे पहले आज कंझावला कांड के सभी पांचों आरोपियों का CCTV वीडियो सामने आया है। इंडिया टीवी के एक्सक्लूसिव वीडियो में सभी पांचों आरोपी घटना के बाद पहली बार साथ-साथ नजर आ रहे हैं। ये सभी आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद सुबह 4 बजकर 33 मिनट पर कैमरे में रिकॉर्ड हुए। CCTV फुटेज के मुताबिक, ये सभी आरोपी कार को पार्क करने के बाद ऑटो से फरार हो गए थे। बता दें कि कंझावला में अंजलि की मौत के गुनहगारों को आज रोहिणी कोर्ट में पेश किया जाना है।
सभी आरोपी सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड, देखें वीडियो-
आरोपियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट करवा सकती है पुलिस
सभी 5 आरोपियों की पुलिस रिमांड आज खत्म हो रही है। वहीं, दिल्ली पुलिस पांचों आरोपियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट करवा सकती है। पुलिस के सूत्रों का कहना है कि आरोपियों के बयान में काफी अंतर है। कुछ आरोपी कह रहे हैं कि उन्हें जानकारी नहीं थी कि अंजलि कार के नीचे आ गई थी जबकि कुछ का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी थी ऐसे में पुलिस अब कोर्ट से अनुमति लेकर इनका लाई डिटेक्टर टेस्ट करवा सकती है।
निधि की भूमिका संदेह के घेरे में?
उधर, अंजलि का परिवार का अब उसकी सहेली निधि पर 302 के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग कर ही है। निधि वारदात की एकमात्र चश्मदीद है। परिवार का आरोप है कि निधि ने अंजलि के शराब पीने की बात कही थी जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शराब की पुष्टि नहीं हुई है। ऐसे में निधि की भूमिका संदेह के घेरे में बताई जा रही है। इसके अलावा आज दिल्ली पुलिस अपनी जांच रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप सकती है। गृहमंत्रालय ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिए थे। साथ ही दिल्ली पुलिस को आज FSL की जांच रिपोर्ट भी मिल सकती है।