कर्नाटक के उडुपी जिले के करकला तालुक स्थित कब्बीनाले गांव में सोमवार रात को नक्सल विरोधी बल (ANF) और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में कुख्यात नक्सली नेता विक्रम गौड़ा मारा गया। मुठभेड़ सीताम्बेलु इलाके में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी तलाशी अभियान के दौरान हुई, जब नक्सलियों और ANF टीम के बीच गोलीबारी शुरू हो गई। ANF टीम ने यह अभियान एक नक्सल इकाई के संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिलने के बाद तेज किया था।
येदागुंडा गांव में की थी घुसपैठ
जानकारी के अनुसार, चिकमंगलूर जिले के जयापुरा पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में एक नक्सलियों की इकाई ने एक दूरदराज के घर का दौरा किया था। इसके बाद उन्होंने कोप्पा तालुक के येदागुंडा गांव में भी घुसपैठ की थी, जहां नक्सलियों ने वन अतिक्रमण और कस्तूरीरंगन रिपोर्ट से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की थी। इन रिपोर्ट्स को ध्यान में रखते हुए इलाके में नक्सल विरोधी अभियान को और तेज किया गया था।
कैसे शुरू हुई मुठभेड़?
सोमवार की रात पांच नक्सलियों का एक समूह कब्बीनाले गांव में किराने का सामान खरीदने के लिए घुसा था। जैसे ही वे गांव में घुसे, एएनएफ टीम से उनकी मुठभेड़ हो गई। गोलीबारी के दौरान नक्सली नेता विक्रम गौड़ा मारा गया, जबकि बाकी नक्सली फरार होने में कामयाब हो गए।
कौन था विक्रम गौड़ा?
विक्रम गौड़ा का नाम कर्नाटका में सक्रिय नक्सल नेताओं में प्रमुख था। वह क्षेत्र में कई हिंसक घटनाओं में शामिल रहा था। एएनएफ और पुलिस की कार्रवाई में सफलता मिलते ही इलाके में नक्सल गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और तलाशी अभियान जारी है। पुलिस ने इस मुठभेड़ के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया है, ताकि नक्सलियों के अन्य समूहों के सक्रिय होने की संभावना को रोका जा सके।
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