Elon Musk: पराग के बाद विजया पर उठाया सवाल, क्या भारतीयों पर जानबूझकर निशाना साध रहे एलन मस्क?
हाल ही में ट्विटर कंपनी खरीदने वाले मस्क पिछले कुछ समय से ट्विटर की पॉलिसी को लेकर सवाल उठा रहे हैं। यहां तक कि उन्होंने वर्तमान मैनेजमेंट पर अविश्वास भी जताया। वहीं विजया जो कि ट्विटर की लीगल हैड हैं, उन्हें भी मस्क ने टारगेट किया। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या मस्क भारतीयों पर जानबूझकर निशाना साध रहे हैं?
Highlights
- हाल ही में एलॉन मस्क बने ट्विटर के मालिक
- निशाने पर ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल
- भारतीय मूल के लोगों पर सख्त क्यों हैं मस्क?
Elon Musk: दुनिया के टॉप अमीरों में शुमार टेस्ला के सीईओ एलन मस्क जब से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Twitter.Inc के नए मालिक बने हैं, जो रोजाना नये भूचाल ला रहे हैं। जहां एक ओर 44 अरब डॉलर यानी करीब 3.40 लाख करोड़ रुपये में ट्विटर को खरीदकर मस्क ने दुनियाभर में सनसनी फैलाई, तो दूसरी ओर उनकी कंपनी Tesla ने एक ही दिन में 12 लाख करोड़ रुपये गवां दिए।
दुनिया के सबसे अमीर इंसान के फैसलों से दुनियाभर के बाजार में तो हलचल है ही, भारत के लिहाज से भी उनके हालिया एक्शन कम परेशान करने वाले नहीं हैं। दरअसल, ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल हैं, माना जा रहा है कि पराग पहले से ही मस्क के निशाने पर रहे हैं और अब ट्विटर की लीगल हेड भी उनकी आंखों की किरकिरी बन गई हैं। भारतीय मूल की विजया गड्डे के बारे में मस्क ने जो कहा है, उसके बाद अमेरिका में रह रहे भारतीयों के मन में ये सवाल उठने लगे हैं कि क्या मस्क भारत विरोधी हैं? क्या मस्क को भारतीय मूल के लोग पसंद नहीं हैं या यूं कहें कि मस्क को उन भारतीय मूल के लोगों पर ही भरोसा है जो उनकी दक्षिणपंथी सोच के सर्मथक हैं।
मस्क के निशाने पर क्यों हैं पराग अग्रवाल?
इस महीने की शुरुआत से ही एलॉन मस्क ट्विटर को खरीदने की कोशिश कर रहे थे। 14 अप्रैल को सिक्योरिटी फाइलिंग में मस्क ने कहा था कि उन्हें Twitter के मौजूदा मैनेजमेंट में भरोसा नहीं है। इसके अलावा मस्क पिछले कुछ समय से लगातार ट्विटर की एडिट पॉलिसी को लेकर सवाल उठा रहे थे। इशारा साफ था, ट्विटर का नेतृत्व कर रहे पराग अग्रवाल पर उन्हें भरोसा नहीं था। हाल ही में, 29 नवंबर 2021 को पराग अग्रवाल को कंपनी का सीईओ बनाया गया था। ऐसे में माना जा रहा है कि कंपनी खरीदने के बाद पराग अग्रवाल मस्क को खटक रहे हैं। ट्विटर के सीइओ रहे डोर्सी की जगह लेकर पराग अग्रवाल ने ट्विटर की उदारवादी छवि को बहाल रखने और गैरजिम्मेदाराना तरीके से ट्विटर के इस्तमाल पर रोक लगाने का जिम्मा उठाया था।
जानकारों को मानना है कि मस्क को ट्विटर की सेंसरशिप की ये नीति पसंद नहीं आ रही थी। इसलिए एलॉन मस्क ने एक पोस्ट करते हुए ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल और पूर्व सीईओ जैक डोर्सी पर निशाना साधा था। एलन मस्क ने 1 दिसंबर को सोवियत नेता जोसेफ स्टालिन की फोटोशॉप्ड तस्वीर में पराग अग्रवाल और जैक डोर्सी का मीम शेयर किया था। यानी दिसंबर 2021 से ही पराग अग्रावल मस्क के हिट लिस्ट पर थे।
'टारगेट लिस्ट' में ट्विटर की लीगल हेड विजया?
ट्विटर के टेकओवर के हफ्तेभर के भीतर ही, मस्क का दक्षिणपंथी एजेंडा सामने आने लगा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के ट्विटर हेंडल को चुनावों में मिली हार के बाद ट्विटर ने बैन कर दिया था। गुस्साए ट्रम्प ने ट्विटर से ही हमेशा के लिए तौबा कर लिया। इसी कड़ी में मीडिया रिपोर्ट की मानें तो ट्विटर की भारतीय मूल की लीगल और पॉलिसी टीम हेड विजया गड्डे को एक मीटिंग में मस्क ने आड़े हाथों लिया। कटाक्ष ऐसा था कि विजया भावुक हो गईं। रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्क ने विजया की उनके उस फैसले पर खिंचाई की जिसमें उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बेटे हंटर के लैपटॉप पर की गई एक एक्सक्लूसिव स्टोरी को सेंसर करने पर सुनाया है। मस्क का मानना था कि ट्विटर ने नीतिगत तरीके से ट्रम्प की बातों को दबाया और बाइडन के परिवार का बचाव किया।
समझिए क्या था हंटर विवाद?
2019 में एक अज्ञात व्यक्ति एक लैपटॉप मरम्मत के लिए दुकान पर लाता है। उस लैपटॉप से अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बेटे हंटर के कई बड़े राज खुले थे। इस लैपटॉप से ट्रम्प से जुड़े इमेल, ड्रग्स लेने के साथ महिलाओं के संबंध की बात भी सामने आई थी। इसके बाद 2020 में अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव से पहले न्यूयॉर्क पोस्ट में एक स्टोरी छपी थी, और इस स्टोरी से जुड़ी कई बातें ट्विटर और फेसबुक पर पब्लिश की गई थीं। जिसपर ट्विटर ने कार्रवाई करते हुए पोस्ट को संस्पेंड कर दिया था। उस समय विजया गड्डे ही ट्विटर की लीगल हेड थीं।
भारतीय मूल के लोगों को मस्क कर रहे परेशान?
वैसे तो ये एलॉन मस्क ही जानते हैं कि वह कब, क्या करना पसंद करते हैं। जानकार मानते हैं कि वे खुले विचार वाले हैं, जिंदगी को फास्ट ट्रैक पर जीते हैं। अरबों का घर बेच कर एक कारगो कंटेनर में रह सकते हैं। दुनियाभर में नशे पर लगाम लगाने की बातें होती हैं तो मस्क गांजे के सेवन को जायज मानते हैं। इसको लेकर वह कहते हैं कि इससे क्रिएटिविटी बढ़ती है। फ्री स्पीच के समर्थन का दंभ भरने वाले मस्क, ट्रम्प का सर्मथन भी करते हैं। मस्क को हिंदुस्तान से शिकायत है क्योंकि भारत सरकार ने उनकी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के लिए मुफ्त वाली योजनाएं नहीं दी। प्रधानमंत्री मोदी से भी उन्हें शिकायत है क्योंकि पीएम ने 2015 की अपनी यात्रा के दौरान टेस्ला के भारत में किफायती निर्माण की योजना को हरी झंडी नहीं दी थी।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
एक बड़ी कंपनी के सीईओ ज्ञान गुप्ता का कहना है कि मस्क एक बहुत बड़ी हस्ती हैं। वे स्पेस में जाने वाले यान और रॉकेट पर काम करते हैं साथ ही कई अन्य बड़े-बड़े इन्वेस्टमेंट भी किए हैं। इतनी बड़ी हस्ती होने के साथ ही वह मस्तमौला नेचर वाले भी हैं। ऐसे में सिर्फ भारतीय होने के कारण मस्क जानबूझकर सीईओ या लीगल हेड को निशाना बनाएं, ऐसा संभव नहीं लगता।
टेक और सोशल मीडिया मामलों के एक्सपर्ट समीर शर्मा बताते हैं कि मस्क चूंकि Tesla कंपनी के भी मालिक हैं, और वह भारत में काम करना चाहते हैं। ऐसे में भारतीयों को बिना किसी ठोस वजह के वह परेशान नहीं करना चाहेंगे।