दिल्ली के 'कालकाजी मंदिर' में करंट फैलने से भगदड़, 1 छात्र की मौत और कई लोग घायल
दिल्ली के 'कालकाजी मंदिर' में करंट फैलने से भगदड़ मचने की खबर सामने आई है। इस घटना में एक 9वीं कक्षा के छात्र की मौत हो गई है। वहीं, कई अन्य लोग घायल भी हुए हैं।
राजधानी दिल्ली के प्रसिद्ध कालकाजी मंदिर से हादसे की बड़ी खबर सामने आ रही है। कालकाजी मंदिर में 2 अक्टूबर की देर रात करंट और भगदड़ की घटना हुई है। इस हादसे में करंट लगने से एक छात्र की मौत हो गई है और एक घायल हुआ है। वहीं, भगदड़ मचने से 6 लोग घायल हुए हैं।
क्या है पूरा मामला?
2 अक्टूबर की देर रात 12 बजकर 40 मिनट पर पुलिस को जानकारी मिली कि कालका जी मंदिर में दर्शन करने आए कुछ भक्त करंट की चपेट में आ गए है। मौके पर जाकर पता लगा कि वे रामप्यायु और लोटस टेम्पल के मर्जिंग प्वाइंट पर इलेक्ट्रिक वायर के संपर्क में आ गए थे। पुलिस स्टाफ ने मौके पर पहुचकर घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया, इलेक्ट्रिक सप्लाई को बन्द किया गया और लोगो को मौके से हटाया गया। बीएसईएस और पुलिस ने मौके पर जांच की और मंदिर को खाली कराया।
क्या था हादसे का कारण?
जांच करने पर पता चला कि नवरात्र के दौरान हैलोजन लाइट लगाने के लिए लगाया गया बिजली का तार टूटकर लोहे की रेलिंग के संपर्क में आ गया था। इससे उसमें करंट आ गया। टोटल 7 लोगो को चोट आई थी जिसमे से एक को करंट लगने और 6 भक्तों को भगदड़ की वजह से चोट आई थी।
9वीं कक्षा के छात्र की मौत
घटना के बाद 4 घायलों को एम्स ट्रॉमा सेंटर और 3 को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद पुलिस को सफदरजंग अस्पताल से जानकारी मिली कि एक अज्ञात को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसकी मौत हो गई और मौत का कारण करंट लगना पाया गया। मृतक 9वी क्लास का छात्र था, मृतक परिवार के साथ कालकाजी मंदिर में दर्शन करने आया था और करंट की चपेट में आ गया जिस वजह से उसकी मौत हो गई, मृतक के पिता प्लंबर का काम करते है। इसके अलावा सभी घायल खतरे से बाहर है।
रिपेयरिंग के बाद इलेक्ट्रिक सप्लाई शुरू
कालकाजी मंदिर में रिपेयरिंग के बाद मंदिर में इलेक्ट्रिक सप्लाई शुरू कर दी गई थी और दर्शन भी शुरू कर दिए गए थे। पुलिस ने इस घटना के मामले में बीएनएस की धारा 289, 125(9) और 106(1) के तहत मामला दर्ज कर के जांच शुरू कर दी है।
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