यूजीसी नेट परीक्षा रद्द हो चुकी है। इससे पहले NEET परीक्षा को लेकर धांधली की बात सामने आई थी। इस मामले पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बीते दिनों कहा था कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी में बदलाव की जरूरत है और एनटीए के आरोपी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस बीच अब धर्मेद्र प्रधान ने गुरुवार की शाम 7 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हम किसी भी तरह के सुधार के लिए तैयार है। पेपरलीक से जुड़ी अफवाहों को न फैलाया जाए। उन्होंने कहा कि हम सभी के सामने चिंताजनक विषय आया है। मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार छात्रों की हितों को सुरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
क्या बोले धर्मेंद्र प्रधान?
उन्होंने कहा कि पारदर्शिता के साथ हम कोई समझौता नहीं करेंगे। विद्यार्थियों की हित हमारी प्राथमिकता है। उसके साथ किसी भी कीमत पर समझौता नहीं होगा। नीट परीक्षा के संबंध में हमें बिहार सरकार की ओर से लगातार संपर्क में हैं। पटना से हमारे पास कुछ जानकारी भी आ रही है। आज भी कुछ चर्चा हुई है, पटना पुलिस इस घटना के तह तक जा रही है। डिटेल रिपोर्ट जल्द ही भारत सरकार को भेजी जाएगी। उन्होंने कहा, "पुख्ता जानकारी आने पर दोषियों को कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एनटीए हो या एनटीए में कोई भी बड़ा व्यक्ति हो, जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
नीट परीक्षा नहीं होगी रद्द
धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा, "नीट की परीक्षा फिलहाल रद्द नहीं होगी। यूजीसी नेट परीक्षा में गड़बड़ी की जानकारी कल दोपहर मिली थी। सरकार एक हाईलेवल कमेटी गठित करने जा रही है, जो इस प्रकरण में एनटीए को और बेहतर बनाने के लिए काम करेगी। हम जीरो एरर की परीक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।" उन्होंने कहा कि मैं विपक्षी दलों से अपील करता हूं कि इसपर राजनीति न की जाए। उन्होंने कहा कि मैं छात्रों के सीधे संपर्क में हूं। छात्रों का आक्रोश सही है। यह जैसे ही स्पष्ट हुआ कि डार्क नेट पर यूजीसी-नेट का प्रश्न पत्र यूजीसी नेट के मूल प्रश्नपत्र से मेल खाता है, हमने परीक्षा रद्द करने का फैसला किया।
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