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Hindi News भारत राष्ट्रीय एक ही हफ्ते में दो बार भूकंप के झटके, आखिर बार-बार क्यों हिल रही है धरती

एक ही हफ्ते में दो बार भूकंप के झटके, आखिर बार-बार क्यों हिल रही है धरती

दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.4 है और इसका एपिसेंटर नेपाल था। एक हफ्ते में दूसरी बार ऐसा हुआ है, जब देश की राजधानी, एनसीआर और नेपाल में भूकंप आया है।

भूकंप क्यों आता है- India TV Hindi Image Source : PTI भूकंप क्यों आता है

दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.4 है और इसका एपिसेंटर नेपाल था। एक हफ्ते में दूसरी बार ऐसा हुआ है, जब देश की राजधानी, एनसीआर और नेपाल में भूकंप आया है। इसका असर सबसे अधिक नेपाल में रहा। क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ये भूकंप कैसे आता है और इस हफ्ते में दो बार क्यों भूकंप आ गया है। तो चलिए इसके बारें में विस्तार से समझते हैं। 

क्यो आता है भूकंप 

आसान भाषा में समझने का प्रयास करते हैं। धरती के भीतर स्थित प्लेटें आपस में जब टकराती है तो धरती हिलती है। आपको बता दें कि हमारी धरती भी एक मशीन की तरह काम करती है। धरती में 12 टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। जब ये प्लेटें आपस में टकराती है तो इनमें से ऊर्जा पैदा होता है। फिर ये ऊर्जा भूकंप के रूप में बदल जाते हैं। इसके अलावा हर साल धरती की कुछ प्लेटों में खिसकने की प्रक्रियो होती रहती है। इससे भी हमें भूपंक के झटके महसुस होते हैं। 

भूकंप का केंद्र क्या होता है? 
जमीन की सतह के नीचे जहां पर चट्टानें आपस में टकराती या टूटती है, उस जगह को भूकंप केंद्र कहा जाता है। यानी आसान भाषा समझे, जब पानी में पत्थर मारते हैं तो आप देखेंगे कि जहां पर पत्थर गिरता है वहां पर गढ्ढा बन जाता है। उसी जगह को सेंटर माना जाता है। वहीं साइंस के भाषा में कहे तो धरती के केंद्र को भूकंप के सेंटर से जोड़ने वाली रेखा जिस जगह पर धरती की सतह को काटती है, उसे भूकंप का सेंटर माना जाता है। 

बार-बार क्यों भूकंप आ रही है? 
हर साल धरती के प्लेटों में खिसकने की प्रक्रिया होती रहती है। इस बार देखा गया कि एक ही हफ्ते में दो बार भूकंप झटके मिल गए। यानी कुछ एक्सपर्ट के मुताबिक, ये प्रक्रिया जारी है इसलिए बार-बार भूकंप का अनुभव हो रहा है। एक स्टडी के अनुसार, साल 1315 और 1440 के बीच भारत के भाटपुर में से लेकर नेपाल के मोहाना खोला तक 600 किलोमीटर लंबी सीसमिक खाई बन गई थी। जो कि पिछले 600-700 सालों से ये गैप शांत हैं लेकिन भूकंपीय दबाव बन रहा है। ऐसा हो सकता है कि आने वाले समय में कोई बड़ा झटका देखने को मिल जाए। फिलहाल इस पर स्पष्ट जानकारी नहीं है कि बार-बार भूकंप क्यों आ रहे हैं। 

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