देहरादून: उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन दरकने के बीच उत्तरकाशी में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रात 2 बजकर 12 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.9 नापी गई है। हालांकि राहत की बात इतनी है कि फिलहाल इस भूकंप की वजह से किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। बता दें कि जोशीमठ में भू-धंसाव के चलते कई इमारतों में दरार पड़ जाने से हड़कंप मचा हुआ है। यहां तक कि कई जगहों पर सड़कों में भी बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं।
जोशीमठ में मौसम ने बढ़ाई तकलीफ
बता दें कि इससे पहले दरारें पड़ने से दरक रहे उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में बुधवार को मौसम का मिजाज बिगड़ने से कड़ाके की ठंड ने पीड़ितों की चिंता और बढ़ा दी। जोशीमठ में बुधवार की सुबह से ही बादल छाए हुए थे और सामने की ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फ गिरने का सिलसिला शुरू हो गया था। इसके चलते इलाके में सर्द हवाएं चल रही हैं और पिछले कुछ दिनों के मुकाबले अधिक ठंडक महसूस की जा रही है।
सिस्मिक जोन 5 में आते हैं 5 जिले
बता दें कि सिस्मिक जोन 5 यानी भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील या सबसे खतरनाक जोन में उत्तराखंड के 5 जिले आते हैं। ये जिले रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी हैं। वहीं, सिस्मिक जोन 4 में ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल और अल्मोड़ा जिला शामिल है। इसी से अंदाजा लग जाता है कि उत्तराखंड के पहाड़ों में होने वाली हर हलचल कितनी खतरनाक साबित हो सकती है।
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