भरतपुर: मुर्दाघरों में अक्सर मातम का माहौल रहता है। यहां मृतक के परिजनों के रोने और दुःख मानने की आवाज आना आम बात है। देखने में आता है कि मुर्दाघर के सामने से निकलने वाला शख्स बड़ी शांति से गुजरता है। क्योंकि अंदर किसी घर का बुझा हुआ चिराग लेता हुआ होता है। कोई अपने मां, पिता, बेटा भाई, बहन या किसी अपने सगे संबंधी के जाने का गम मना रहा होता है। लेकिन राजस्थान के भरतपुर के मुर्दाघर में अचानक से ढोल-नगाड़े बजने लगे। जिसे देखकर हर कोई भौचक्का रह गया।
ढोल-नगाड़ों की आवाज सुनकर हर कोई हैरान
राजस्थान के भरतपुर में आरबीएम अस्पताल के मुर्दाघर में अचानक ढोल नगाड़े की आवाज सुनाई दी। जिसका भी इस ओर ध्यान गया आश्चर्यचकित रह गया क्योंकि मुर्दाघर में शवों का ही आवागमन और मातम का माहौल नजर आता है परंतु यह नजारा सबको आश्चर्यचकित करने वाला था। यह पूरा मामला जिला आरबीएम अस्पताल के मुर्दाघर के कर्मचारी भगवान दास के सेवानिवृत्त का था। आज उनकी सेवा का आखिरी दिन था।
जब भगवानदास को उनके परिजन और रिश्तेदार मुर्दाघर से लेने आए तो वे अपने साथ ढोल-नगाड़े वाले भी लाए। विदाई के वक्त खूब ढोल-नगाड़े बजे और उनके रिश्तेदारों ने जमकर ठुमके भी लगाए। इस नजारे को देखकर हर कोई एक पल के लिए रुक गया। मुर्दाघर के कर्मचारी के रिटायरमेंट पर साथी कर्मचारियों ने एक समारोह आयोजित कर धूमधाम से विदाई दी।
रिपोर्टर - कपिल चीमा
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