Drone News: हमारी सेना की ताकत बढ़ाएंगे 4 खास ड्रोन, जासूसी और हमले के लिए परफेक्ट, जानिए खासियत
Drone News: भारत की सेना में भी 4 ऐसे ड्रोन हैं, जो दुश्मन को मजा चखा सकते हैं। इनमें से एक तो 100 किमी की रेंज तक तबाही मचाने में सक्षम है। एक ही ड्रोन से जासूसी, निगरानी और हमला करने जैसे कई काम किए जा सकते हैं।
Highlights
- वॉरियर ड्रोन 2.4 का फॉर्मेशन बनाकर अटैक करता है
- कैट्स हंटर ड्रोन का वजन 600 किलो के करीब है
- कैट्स अल्फा खुद के साथ दुश्मन को भी नेस्तनाबूत कर देता है
Drone News: भारत अपनी सेनाओं को नए और अत्याधुनिक तरीकों से सुसज्जित करने के लिए लगातार उपाय किए जा रहे हैं। अत्याधुनिक मिसाइलों की टेस्टिंग के बाद अब सेना की ताकत ड्रोन के जरिए बढ़ाने पर भी काम किया जा रहा है। रूस और यूक्रेन युदध में तुर्की के ड्रोन का जिस तरह से सफलतापूर्वक इस्तेमाल हुआ है, वो सभी के सामने है। भारत की सेना में भी 4 ऐसे ड्रोन हैं, जो दुश्मन को मजा चखा सकते हैं। इनमें से एक तो 100 किमी की रेंज तक तबाही मचाने में सक्षम है। एक ही ड्रोन से जासूसी, निगरानी और हमला करने जैसे कई काम किए जा सकते हैं। यदि फाइटर जेट में लगाकर इसे उड़ाया जाए तो इसकी रेंज और सटीकता और भी बढ़ जाती है।
भारत के पास एक ऐसा ड्रोन है जिसकी अनूठी खूबियां है। अगले 2 या 3 सालों में इसे सेना के बेड़े में शामिल किया जा सकेगा। इसे तेजी से विकसित किया जा रहा है। इस ड्रोन का उपयोग कई तरह से किया जा सकता है। इसका नाम कॉम्बैट एयर टीमिंग सिस्टम यानी कैट्स वॉरियर है। इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड यानी एचएएल और डीबारडीओ व अन्य दो संस्थाओं ने मिलकर बनाया है। इनका उपयोग भारतीय वायुसेना और नौसेना करेंगे। जानिए चार खास ड्रोन के बारे में।
इनमें सीएटीएस के चार वैरिएंट्स पर काम किया जा रहा है। ये हैं कैट्स वॉरियर, कैट्स हंटर, कैट्स अल्फा और कैट्स इन्फिनिटी। इन चारों का अलग अलग उपयोग किया जा सकता है। या फिर एक ही काम के लिए भी इनका उपयोग किया जा सकता है। 2018 से ही इन ड्रोन को बनाने का काम शुरू हो गया था।
कैट्स वॉरियर
इस ड्रोन में पीटीएई.7 ट्विन टर्बोजेट इंजन लगा है। ये वॉरियर ड्रोन 2.4 का फॉर्मेशन बनाकर अटैक करता है। यह स्टेल्थ ड्रोन है। यानी रडार को चकमा देने में माहिर है। इसकी रेंज 150 किलोमीटर की है। यह निगरानीए जासूसीए हमला और आत्मघाती हमला करने में पूरी तरह सक्षम है। किसी बड़े मिशन पर इसकी रेंज को बढ़ाकर 700 किलोमीटर भी किया जा सकता है। यह ऐसा ड्रोन है जिसमें दो कैट्स अल्फा ड्रोन भी भेजे जा सकते हैं। ये इन दोनों ड्रोन्स को दुश्मन पर दागकर वापस आ सकता है। इस ड्रोन पर 390 करोड़ रुपए का इन्वेस्ट किया जा रहा हैै।
कैट्स हंटर
कैट्स हंटर ड्रोन का वजन 600 किलो के करीब है।। यह भी पीटीएई.7 ट्विन टर्बोजेट इंजन से उड़ता है। इसका डिजाइन भी मिसाइल की तरह है। इसे क्रूज मिसाइल की तरह दागा जाता है। इसे भारतीय वायुसेना अपने फाइटर जेट्स मिराज 2000ए जगुआर या सुखोई सू30 एमकेआई में भी लगा सकती है। इसके विंग्स मुड़ भी जाते हैं। यह 250 किलो वजन का हथियार उठाने में सक्षम है। यह खुद ही आत्मघाती हथियार बन सकता है। इसकी मारक रेंज 200 से 300 किमी है।
कैट्स अल्फा
कैट्स अल्फा स्वार्म अटैक के लिए बनाया गया है। यह एयर लॉन्च्ड फ्लेक्सिबल एसेट स्वार्म यानी अल्फा.एस के नाम से जाना जाता है। यह भी आत्मघाती हथियार है। एक बार छोड़ दिया जाए तो दुश्मन के टारगेट पर जाकर खुद के साथ उसे भी नेस्तनाबूत कर देता है। यह 100 किलोमीटर की रेंज तक जा सकता है। 8 किलोग्राम तक विस्फोटक अपने साथ लेकर 100 किमी प्रतिघंटे की गति से हमला करने में सक्षम है। इसका वजन 25 किलोग्राम है। सुखोई फाइटर जेट से 30 से 40 अल्फा ड्रोन दागे जा सकते हैं।
कैट्स इन्फिनिटी
इसे न्यूस्पेस रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी विकसित करने में लगी है। यह हाई एल्टीट्यूट सुडो सैटेलाइट के तौर पर उपयोग की जाएगी। यह ऐसा ड्रोन होगा जो 70 हजार फीट की हाईट पर तीन महीने तक लगातार उड़ने की काबिलियत रखता है। इसका वजन 500 किलोग्राम है। यह इतनी हाइट से लगातार निगरानी भी रख सकता है। इसका विंग स्पैन 50 मीटर का होगा। स्पीट 90 से 100 किलोमीटर होगी और इसका खास काम जासूसीए निगरानी रखना होगा। इसे आने वाले समय में हमला करने के लिए भी तैयार किया जा सकता है।