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Hindi News भारत राष्ट्रीय 'सेना को राजनीति में न घसीटें', अग्निवीर मामले में पूर्व वायुसेना प्रमुख ने विपक्षी दलों को दी सलाह

'सेना को राजनीति में न घसीटें', अग्निवीर मामले में पूर्व वायुसेना प्रमुख ने विपक्षी दलों को दी सलाह

आरकेएस भदौरिया ने कहा कि सेना को राजनीति में नहीं घसीटना चाहिए। अग्निवीर से तैयार सैनिकों में भी उतनी ही क्षमता होगी। जो यूथ अग्निवीर में आना चाहते हैं उन्हें गुमराह नहीं होना चाहिए।

पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया।- India TV Hindi Image Source : INDIA TV पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया।

अग्निवीर योजना को लेकर विपक्षी दलों की ओर से बीते कई दिनों से सवाल खड़े किए जा रहे हैं। हाल ही में एक मामला सामने आया जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यह आरोप लगाया  था कि शहीद अग्निवीर अजय सिंह के परिवार को कोई मुआवजा नहीं मिला है। सरकार अग्विनीर योजना को लेकर गलतबयानी कर रही है। इसे लेकर राजनाथ सिंह ने राहुल को जवाब भी दिया था। हालांकि, बाद में सेना ने राहुल के आरोपों का खंडन कर दिया। अब भारत के पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने भी विपक्षी दलों को एक बड़ी सलाह दे दी है।

शहीद के परिवार को 1.65 करोड़ रुपये मिलेंगे

पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा कि फैक्ट्स ये हैं कि अजय सिंह के परिवार को 98 लाख रुपये दिए जा चुके हैं और पुलिस वेरिफिकेशन के बाद 67 लाख रुपये और दिए जाएंगे। फाइनल पेमेंट के लिए पुलिस वेरिफिकेशन होता है। आर्मी ने कहा है कि वो जल्दी करवा दिया जाएगा। यानी कुल मिलाकर शहीद अजय सिंह के परिवार को 1.65 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।

सेना को पॉलिटिक्स में नहीं घसीटना चाहिए

आरकेएस भदौरिया ने कहा कि ऐसा कहना बिल्कुल गलत है कि राजनाथ सिंह झूठ बोल रहे हैं। पूरे देश की सहानूभूति शहीद के साथ होती है। सेना को पॉलिटिक्स में नहीं घसीटना चाहिए। अग्निवीर योजना पर काफी चर्चा कर के इसे लागू किया गया है। किसी को शंका नहीं होनी चाहिए कि जो सैनिक तैयार होंगे वो किसी तरह से रेगुलर सैनिक से कम होंगे। 

अग्निवीर हमारे रेगुलर सैनिक

आरकेएस भदौरिया ने कहा कि अग्निवीर से तैयार सैनिकों में भी उतनी ही क्षमता होगी। यही हमारे रेगुलर सैनिक हैं। जो यूथ अग्निवीर में आना चाहते हैं उन्हें गुमराह नहीं होना चाहिए। देश की सेनाएं अग्निवीर को अपना पार्ट मानती है। उन्हें पूरे डेडिकेशन से ट्रेनिंग देकर रेडी किया जाता है। वो किसी भी तरह से रेगुलर सैनिक से कम नहीं होते। 

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