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Hindi News भारत राष्ट्रीय किस्मत वाले हैं डोनाल्ड ट्रंप, जो बच गए, सभा के दौरान हुए हमले में राजीव गांधी और शिंजो आबे गंवा चुके हैं जान

किस्मत वाले हैं डोनाल्ड ट्रंप, जो बच गए, सभा के दौरान हुए हमले में राजीव गांधी और शिंजो आबे गंवा चुके हैं जान

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर अभी हाल में उनकी चुनावी सभा के दौरान हमला हुआ था, जिसमें उनकी बाल-बाल जान बची। डोनाल्ड ट्रंप जैसा हर कोई इतना किस्मत वाला नहीं होता। सभा के दौरान ही भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे ने जान गंवाई थी।

सभा के दौरान हुए हमले में राजीव गांधी और शिंजो आबे गंवा चुके हैं जान- India TV Hindi सभा के दौरान हुए हमले में राजीव गांधी और शिंजो आबे गंवा चुके हैं जान

हाल में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ था। यह हमला पेंसिल्वेनिया के बटलर शहर में उनकी एक चुनावी रैली में हुआ। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर एक चुनावी रैली के दौरान गोली चलाई गई, जिसमें उनकी जान बाल-बाल बची क्योंकि गोली उनके कान को चीरते हुए निकल गई। इस घटना के बाद अमेरिका समेत समूचे विश्व में हंगामे का दौर शुरू हो गया। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बेहद खुशकिस्मत रहे कि उन्हें इस हमले में ज्यादा आघात नहीं पहुंचा और उनकी जान बाल-बाल बच गई। लेकिन हर किसी की इतनी अच्छी किस्मत नहीं होती। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री ने भी एक सभा के दौरान ही अपनी जान गंवाई थी। 

किसने ली थी राजीव गांधी की जान 

साल 1991 की 21 मई की तारीख को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक चुनावी सभा के दौरान लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम(लिट्टे) के एक आत्मघाती हमलावर द्वारा अंजाम दिया गया था। इस आत्मघाती हमले में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी समेत कई और लोगों की भी जानें गई थीं। 

कैसे हुई थी राजीव गांधी का हत्या

दरअसल, राजीव गांधी तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर एक चुनावी सभा में भाग लेने गए थे। सभा के दौरान जब राजीव गांधी लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हुए आगे बढ़ रहे थे, तभी LTTE की महिला सदस्य(जो कि एक ह्यूमन बॉम्ब थी) ने उनके पैर छूने के बहाने नीचे झुकी और विस्फोट कर दिया। इस आत्मघाती हमले में पूर्व पीएम राजीव गांधी समेत वहां मौजूद कई लोगों के चिथड़े उड़ गए थे और भारी संख्या में लोग घायल भी हुए थे। इसके बाद से ही 21 मई की तारीख को हर साल आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

डिफेंस फोर्स के पूर्व सैनिक ने की थी पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की चुनाव प्रचार के दौरान प्राचीन राजधानी नारा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शिंजो आबे की हत्या एक नेशनल डिफेंस फोर्स का पूर्व सैनिक ने की थी। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या 8 जुलाई 2022 को की गई थी। 

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