बड़े एक्शन का संकेत! रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख को दी आतंक के खिलाफ कार्रवाई की खुली छूट
डोडा में हुए आतंकी हमले और सैनिकों के शहीद होने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख से बात की है। खबर है कि रक्षा मंत्री ने सेना आतंक के खिलाफ कार्रवाई की खुली छूट दी है।
जम्मू-कश्मीर के डोडा में सेना आतंकियों और के बीच बड़ी मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में सेना के अधिकारी समेत 4 जवान शहीद हो गए हैं। आपको बता दें कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में भी सेना के 5 जवान शहीद हुए थे। इन बड़ी घटनाओं पर अब सरकार सख्त एक्शन के मूड में नजर आ रही है। जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख से बात की है और मामले का संज्ञान लिया है। खबर है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख को आतंक के खिलाफ कार्रवाई के लिए खुली छूट दी है।
क्या बोले राजनाथ सिंह?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया कि उरार बग्गी, डोडा (जम्मू-कश्मीर) में आतंकवाद विरोधी अभियान में हमारे बहादुर और साहसी भारतीय सेना के जवानों की शहादत से बहुत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। राष्ट्र हमारे उन सैनिकों के परिवारों के साथ मजबूती से खड़ा है जिन्होंने कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। आतंकवाद विरोधी अभियान जारी है और हमारे सैनिक आतंकवाद को खत्म करने और क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
4 सैनिकों की मौत
दरअसल, सोमवार को जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सेना और भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ में एक अधिकारी समेत सेना के पांच जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिसके बाद मंगलवार को एक अधिकारी और 4 जवानों की शहादत हो गई। अब सरकार इस घटना पर सख्त एक्शन के मूड में है।
क्या था ऑपरेशन का मकसद?
दरअसल, सोमवार देर शाम देसा वन क्षेत्र के धारी गोटे उरबागी में संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू हुआ था। यहां पर मुठभेड़ शुरू हुई और आतंकवादियों ने भागने की कोशिश की। हालांकि, एक अधिकारी के नेतृत्व में जवानों ने घने जंगल में उनका पीछा किया। रात करीब नौ बजे जंगल में फिर से गोलीबारी हुई जिसमें 5 जवान घायल हो गए थे।
अतिरिक्त सैनिक भेजे गए
डोडा में हुए इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स नाम के संगठन ने ली है। इसी संगठन ने कठुआ में आतंकी हमले की भी जिम्मेदारी ली थी जिसमें सेना के 5 जवान शहीद हुए थे। कश्मीर टाइगर्स आतंकी संगठन जैश का ही सहयोगी समूह है। अधाकारियों ने बताया है कि क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिक भेजे गए हैं और आतंक के खिलाफ अभियान जारी है।
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