चेन्नई: मंदिर परिसर में घुसने पर एक दलित लड़के को गालियां देना DMK नेता डी मनिकाम को भारी पड़ गया है। डीएमके ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है। डीएमके के जनरल सेक्रेटरी दुरैमुरुगन ने आज एक बयान जारी करके ये जानकारी दी है।
क्या है पूरा मामला
तमिलनाडु के सलेम साउथ जिले में डीएमके नेता डी मनिकाम ने एक दलित लड़के को केवल इसलिए गालियां दी थीं क्योंकि वह लड़का सलेम कंथमपट्टी के मंदिर परिसर में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। जब ये मामला सामने आया तो डीएमके पार्टी ने नेताजी को सस्पेंड करने में ही भलाई समझी क्योंकि ये मुद्दा अगर तूल पकड़ता तो पार्टी की छवि को काफी नुकसान पहुंचता। आखिर किसी व्यक्ति को उसकी जाति को ध्यान में रखते हुए मंदिर में घुसने से कैसे रोका जा सकता है?
200 साल पुराने मंदिर में दलित समुदाय को लोगों को मिला प्रवेश
वहीं एक खबर ये भी है कि तिरुवण्णामलै जिले में दलित समुदाय (अनुसूचित जाति) के लोगों को 80 साल से अधिक समय के बाद 200 साल पुराने मंदिर में प्रवेश मिला है। अभी तक वह मंदिर में प्रवेश से रोक दिए गए थे। तिरुवण्णामलै जिला प्रशासन ने अनुसूचित जाति के एक समुदाय के 300 से अधिक लोगों को मंदिर में एंट्री कराई और इस दौरान काफी सुरक्षा सख्त रही।
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