DHFL Yes Bank Case: डीएचएफएल यस बैंक केस में ईडी ने व्यवसायी अविनाश भोसले को आर्थर रोड जेल से हिरासत में लिया है। उन्हें आज विशेष पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया। बता दें कि अविनाश भोसले पुणे के बड़े कंस्ट्रक्शन व्यापारी हैं और उन्हें पुणे में रिएल स्टेट किंग कहा जाता है। उनका नाम दीवान हाऊसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) और यस बैंक घोटाले में आया था। बीते कुछ समय से अलग-अलग मामलों में उनसे पूछताछ हो रही है।
क्या है डीएसएफएल-यस बैंक केस?
दरअसल डीएचएफएल-यस बैंक मामले में इससे पहले सीबीआई कई जगह छापेमारी कर चुकी है। सीबीआई को शक था कि यस बैंक और डीएचएफएल मामले में अवैध फंड को कई रियल एस्टेट कंपनियों के जरिए पास किया गया है। इसके बाद महाराष्ट्र के कई रियल एस्टेट डेवलपर्स शक के दायरे में आए थे।
बीते 30 अप्रैल सीबीआई ने इस मामले में महाराष्ट्र के कई बिल्डरों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। और यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर और डीएचएफएल के कपिल वधावन के भ्रष्टाचार केस में अविनाश भोसले को गिरफ्तार किया था।
सीबीआई ने आरोप लगाया था कि यस बैंक को डीएचएफएल ने लोन दिया था और उसके बदले लाभ पाने की कोशिश की गई थी। सीबीआई की एक एफआईआर के मुताबिक, यस बैंक-डीएचएफएल के इस घोटाले ने अप्रैल और जून 2018 के बीच उठना शुरू हुआ था। यस बैंक ने डीएचएफएल के 3700 करोड़ के शॉर्ट टर्म डिबेंचर में निवेश किया था।
डीएचएफएल एक बड़ा स्कैम
डीएचएफएल स्कैम को देश के सबसे बड़ें बैंक फ्रॉड के रूप में देखा जा रहा है। आरोप है कि हाउसिंग फाइनेंस सेक्टर की इस कंपनी और इसके निदेशक समेत अन्य लोगों ने 17 बैंकों के साथ 34,615 करोड़ रुपए की कथित धोखाधड़ी की है। DHFL के इस धोखाधड़ी केस के अलावा यस बैंक के कथित फ्रॉड मामले में सीबीआई और ईडी पहले से ही जांच में लगी है।
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