Delhi Police FIR: दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की साइबर युनिट ने धार्मिक टिप्पणी से जुड़े मामलों में FIR दर्ज की है। इसमें AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी और स्वामी यतीनरसिंहानंद का भी नाम FIR में दर्ज किया गया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर धार्मिक भावनाएं भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की है। ओवैसी सहित कई अन्य लोगों पर भी दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। वहीं जंतर मंतर पर नुपूर शर्मा, नवीन कुमार जिंदल सहित अन्य लोगों के धार्मिक टिप्पाणी करने के विरोध में एआईएमआईएम को जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं मिली है। एआईएमआईएम ने पार्लियामेंट थाने के बाहर प्रदर्शन किया है। इस मामले में दिल्ली एआईएमआईएम अध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया गया है।
तल्ख टिप्पणियों से चर्चा में रहे हैं ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी हाल के समय में विवादित टिप्पणियों के कारण काफी सुर्खियों में रहे हैं। कई टीवी इंटरव्यूज और अन्य मंचों पर उन्होंने ज्ञानवापी मामले और कानपुर हिंसा सहित अन्य स्थानों पर हुए हिंसा के मामलों पर तल्ख टिप्पणियां की हैं। इसके चलते दिल्ली पुलिस ने उन पर एफआईआर दर्ज की है।
पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की IFSO युनिट ने FIR दर्ज की है। वहीं जिन और लोगों पर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है, उनके नाम हैं-
1. शादाब चौहान
2. सबा नक़वी
3. हफ़ीज़ुल हसन अंसारी
4. बिहार लाल यादव
5. इलियास शराफुद्दीन
6. मौलाना मुफ़्ती नदीम
7. अब्दुर रहमान
8. आर. विक्रमन
9. नग़मा शेख़
10. डॉ. मोहम्मद कलीम तुर्क
11. अतीउर रहमान ख़ान
12. शुजा अहमद
13. विनीता शर्मा
14. इम्तियाज़ अहमद
15. असदुद्दीन ओवैसी
16. कुमार दिवाशंकर
17. दानिश क़ुरैशी
18. यति नरसिम्हानंद
19. स्वामी जीतेंद्रानंद
20. लक्ष्मण दास
21. अनिल कुमार मीणा
22. काशिफ़
23. मोहम्मद सज्जाद शाहीन
24. क्यू. सेंसेई
25. गुलज़ार अंसारी
26. सैफ़उद्दीन क़ुतुज़
27. मौलाना सरफ़राज़
28. पूजा शकुन पांडेय
29. पूजा प्रियंवदा
30. मीनाक्षी चौधरी
31. मसूद फयाज़ हाशमी
एफआईआर का आधार यह है कि इसमें अलग अलग धर्मों के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी की गई है और गलत तरीके से माहौल खराब करने के लिए सामाजिक सद्भावना बिगाड़ने के लिए सोशल मीडिया पोस्ट डाले गए।
बता दें कि नुपूर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी एक टीवी डिबेट में कर दी थी। इसके बाद विवाद काफी बढ़ गया था। बात यहां तक पहुंच गई थी कि अरब देशों ने भी उनकी इस टिप्पणी की आलोचना की थी। हालंकि नुपूर के खिलाफ पार्टी से निलंबन की कार्रवाई को कुछ अरब देशों ने उचित कदम बताकर स्वागत भी किया था। बीजेपी ने अपने पत्र नुपूर के निलंबन के बीच यह स्पष्टीकरण दिया था कि इस तरह की टिप्पणी भारतीय जनता पार्टी के मूल विचार के विपरीत है।
वहीं विदेश मंत्रालय में भारतीय राजदूत दीपक मित्तल की ओर से कहा गया था कि किसी व्यक्ति विशेष या किसी पार्टी के प्रवक्ताओं का बयान भारत सरकार के विचार को नहीं दर्शाता है। भारत सरकार संविधान के मूल्यों पर चलता है। भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देता है। उन्होंने आगे कहा कि अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा चुकी है। इसी बीच नुपूर शर्मा के विवादित टिप्पणी के मामले में अल कायदा भी कूद गया था। उसने आत्मघाती हमले करने की धमकी दी।
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