दिल्ली में कहर बरपा रही है यमुना, ITO बिल्डिंग समेत कई सरकारी दफ्तरों में घुसा बाढ़ का पानी
दिल्ली आईटीओ के मेन रोड पर बाढ़ का पानी भर चुका है। आईटीओ चौराहे पर स्थित सरकारी दफ्तरों में यमुना का पानी घुस गया है।
नई दिल्ली: यमुना नदी का पानी आटीओ मेन रोड तक पहुंच चुका है। आईटीओ बिल्डिंग समेत कई सरकारी दफ्तरों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। दोपहर में कुछ घंटे तक जलस्तर स्थिर रहने के बाद शाम एक बार फिर यमुना में उफान आया और जलस्तर बढ़ गया।
16 जुलाई तक बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज
बाढ़ जैसी स्थिति के मद्देनजर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) संचालित सभी स्कूल 16 जुलाई तक बंद रहेंगे। अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देशों के अनुसार यह आदेश जारी किया गया है। एक अधिकारी ने कहा कि एमसीडी द्वारा संचालित, सहायता प्राप्त और मान्यता प्राप्त सभी विद्यालय 16 जुलाई तक बंद रहेंगे। इससे पहले दिन में शिक्षा निदेशालय ने कहा था कि यमुना में बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर दिल्ली में सभी सरकारी और निजी स्कूल 16 जुलाई तक बंद रहेंगे। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्लूसी) के बाढ़ निगरानी पोर्टल के मुताबिक, पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर दोपहर एक बजे बढ़कर 208.62 मीटर हो गया था, जो शाम चार बजे तक स्थिर रहा। उसके बाद जलस्तर बढ़ने लगा और शाम 6 बजे 208.62 पर पहुंच गया। शाम 6 बजे के बाद से जलस्तर स्थिर है।
एनडीआरएफ की 16 टीमें तैनात
दिल्ली में बाढ़ के हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 16 टीमों को तैनात कर दिया गया है।शुक्रवार सुबह तक हालात सुधरने की उम्मीद है। एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक मोहसिन शाहिदी ने बताया कि पूर्वी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली में तीन-तीन टीम, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में पांच, मध्य क्षेत्र में चार जबकि राष्ट्रीय राजधानी के शाहदरा इलाके में एक टीम तैनात की गई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कुल छह जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
कल सुबह से हालात बेहतर होने की उम्मीद
एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक ने कहा, ‘‘ चूंकि, पिछले दो दिनों में दिल्ली में न्यूनतम बारिश हुई है, हमें उम्मीद है कि स्थिति अब स्थिर हो जाएगी और कल सुबह तक हालात बेहतर होने की उम्मीद है।’’ उन्होंने कहा कि उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों और दिल्ली तथा उसके आसपास के स्थानों में पिछले चार-पांच दिनों की भारी बारिश के बाद शहर में यमुना नदी के आसपास के निचले इलाकों में पानी भर गया है। एनडीआरएफ ने लगभग 1,000 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाला है और लगभग 3,500 स्थानीय लोगों को बचाया है। स्वयंसेवक, जिला प्रशासन और पुलिस भी बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद कर रहे हैं। ( इनपुट-भाषा)