Deepotsav In Ayodhya: अयोध्या में पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 15 लाख दीप प्रज्जवलित कर दीपोत्सव कार्यक्रम मनाया गया है। एक साथ पंद्रह लाख 76 हजार दीपक जले जिससे ये घटना गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हो गई। मिट्टी के दीयों से सजा सरयू घाट कुछ ऐसा दिखाई दिया मानों अयोध्या नगरी पर सोने का पानी चढ़ गया हो। सरयू घाट पर दीपों के जरिए ही राम मंदिर की आकृति बनाई गई जो इतनी भव्य और दिव्य दिखाई दी कि सबकी नजरें वहीं पर जाकर टिक गई।
Image Source : IndiaTVThe city of Lord Rama lit up with 15.76 lakh lamps on the banks of Saryu
इसके अलावा राम की पौड़ी पर 15 लाख दीयों की रौशनी ने इस रौनक में चार चांद लगा दिए। गौरतलब है कि अयोध्या में ये छठा दीपोत्सव कार्यक्रम था जो सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। अयोध्या में सरयू नदी के तट पर स्वर्ग का रूप देखने को मिला। सरयू नदी में दीयों के प्रतिबिंब ने एक मनमोहक दृश्य बनाया, इसके साथ लेजर शो ने आसमान को जगमगा दिया। अयोध्या में हर तरफ 'जय श्रीराम' के नारे गूंजने लगे।
अयोध्या ने पीएम मोदी के साथ मनाया छठा दिव्य 'दीपोत्सव'
Image Source : IndiaTVThe city of Lord Rama lit up with 15.76 lakh lamps on the banks of Saryu
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम जन्मभूमि मंदिर में घी के पांच दीये जलाए। दीयों की रोशनी 'दीपोत्सव' का प्रतीक है। रविवार की शाम अयोध्या पहुंचने के तुरंत बाद पीएम मोदी राम जन्मभूमि मंदिर गए, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की और फिर मंदिर स्थल पर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उनके साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने पहले 'दीया' जलाया और मंदिर निर्माण में लगी टीम से बातचीत की। इसके बाद प्रधानमंत्री राम कथा पार्क गए जहां उन्होंने भगवान राम का 'अभिषेक' किया।
दीपोत्सव कार्यक्रम में बोले पीएम मोदी
Image Source : ANIPM Modi In Ayodhya
दीपोत्सव कार्यक्रम में सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान राम पूरे देश के हैं और भगवान राम के बताए रास्ते पर चलना हर देशवासी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि हर किसी को भगवान राम से सीखना चाहिए कि कैसे सम्मान दिया जाए और सभी को एक साथ रखा जाए। उन्होंने कहा, हमारा संविधान समावेश और मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों की भी बात करता है। यह दिवाली हम सभी के लिए खास है, क्योंकि यह 'अमृत काल' चल रहा है, यानी आजादी के 75 साल पूरे कर लिए हैं। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक विकास से सर्वागीण विकास होता है। निषाद राज पार्क और क्वीन हो मेमोरियल इसके उदाहरण हैं। इस तरह के विकास से न केवल लोगों के बीच संबंध मजबूत होंगे, बल्कि रोजगार भी पैदा होंगे।
प्रधानमंत्री की प्रेरणा से दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी -योगी
Image Source : ANIYogi Aditynath
वहीं, मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से उन्होंने 2017 में दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की थी और यह कार्यक्रम हर गुजरते साल के साथ बड़ा होता गया है। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर और मथुरा में आने वाला कृष्णा कॉरिडोर भी ऐसी परियोजनाएं हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री की प्रेरणा से पूरा किया जा रहा है। मोदी ने इसके बाद सरयू नदी के तट पर 'आरती' की, जिसके बाद लोगों को मनमोहक लेजर शो देखने को मिला।
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