नैनी जेल के अंदर दरबार, 'क्राइमबाज' खानसामा, हर दिन मुर्गा…अतीक अहमद के वो पुराने दिन
प्रयागराज की इसी नैनी जेल में नब्बे के दशक में अतीक अहमद अपने पिता हाजी फिरोज के साथ बंद था।
प्रयागराज: कुख्यात माफिया से नेता बने अतीक अहमद को बुधवार को गुजरात के साबरमती से प्रयागराज में स्थित नैनी सेंट्रल जेल लाया गया। इस जेल से अतीक का रिश्ता सालों पुराना है, और कभी यहां उसका सिक्का चला करता था। हालांकि तब में और अब में काफी अंतर आ चुका है, और आज नैनी जेल में अतीक अपनी मर्जी से एक तिनका भी नहीं हिला सकता। दरअसल, अतीक और उसके भाई अशरफ पर नजर रखने के लिए नैनी जेल में कई खास इंतजाम किए गए हैं।
अलग-अलग बैरकों में रखे जाएंगे अतीक और अशरफ
उत्तर प्रदेश के कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने इंडिया टीवी से कहा था कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को प्रयागराज पहुंचने में देरी होती है और कोर्ट में उनकी पेशी नहीं हो पाती है तो उन्हें नैनी जेल में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि दोनों को अलग-अलग हाई सिक्यॉरिटी वाली बैरकों में रखा जाएगा। मंत्री ने कहा कि ड्यूटी पर मौजूद जेलकर्मी बॉडी वॉर्न कैमरों से लैस होंगे और अतीक एवं अशरफ की कोठरियों की 24 घंटे CCTV से निगरानी की जाएगी।
अतीक की पल-पल की गतिविधियों पर रखी जाएगी नजर
लखनई में महानिरीक्षक कारागार के दफ्तर की वीडियो वॉल में अतीक अहमद की पल-पल की गतिविधियां दिखाई देंगी। नैनी जेल में लगे सभी जैमर की जांच कर ली गई है जिससे कोई भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स या ब्लूटूथ का इस्तेमाल जेल के अंदर न हो पाए। अतीक और अशरफ के बैरक में ऐसे बंदी रक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है जो नैनी जेल में नए हैं, क्योंकि अतीक नैनी जेल में कई साल तक बंद रह चुका है, और तब जेल में वही होता था जो अतीक चाहता था।
जेल में अपनी पसंद के कुक से मुर्गा बनवाकर खाता था अतीक
एक जमाने में नैनी जेल के अंदर अतीक का दरबार लगता था। जब भी उसे जेल होती थी, उसका खानसामा भी किसी अपराध में जेल में आ जाता और उसके लिए मुर्गा बनाता। कई बार तो जेल के जैमर और CCTV तक खराब कर दिए जाते थे, इसलिए इस बार खास इंतजाम हुए हैं। प्रयागराज की इसी नैनी जेल में नब्बे के दशक में अतीक अपने पिता हाजी फिरोज के साथ बंद था। आज जेल में अतीक के साथ उसका बेटा अली भी होगा और भाई अशरफ भी। अली रंगदारी मांगने के मामले में यहां बंद है।