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Hindi News भारत राष्ट्रीय Dalai Lama Ladakh Visit: दलाई लामा की लद्दाख यात्रा से चिढ़ा चीन, भारत ने दिया दो टूक जवाब, पढ़िए डिटेल

Dalai Lama Ladakh Visit: दलाई लामा की लद्दाख यात्रा से चिढ़ा चीन, भारत ने दिया दो टूक जवाब, पढ़िए डिटेल

Dalai Lama Ladakh Visit: भारत ने दलाई लामा की यात्रा पर स्पष्ट किया कि तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा की लद्दाख यात्रा ‘पूरी तरह से धार्मिक’ है और किसी को भी इस पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।

Dalai Lama- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO Dalai Lama

Highlights

  • दलाई लामा की यात्रा धार्मिक, चीन को आपत्ति क्यों: भारत
  • पीएम मोदी ने दलाई लामा को जन्मदिन की बधाई दी थी, तब भी चिढ़ा था चीन
  • दलाई लामा पहले भी कर चुक हैं लद्दाख का दौरा

Dalai Lama Ladakh Visit: तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा आज लद्दाख पर हैं। वे वहां एक माह तक रहेंगे। इस यात्रा से चीन चिढ़ गया है। इस पर भारत नेदपो टूक जवाब दिया है। भारत ने दलाई लामा की यात्रा पर स्पष्ट किया कि तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा की लद्दाख यात्रा ‘पूरी तरह से धार्मिक’ है और किसी को भी इस पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। एक शीर्ष सरकारी पदाधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। दलाई लामा आज शुक्रवार को चीन की सीमा से लगे केंद्र शासित प्रदेश पहुंच रहे हैं। वहां उनके लगभग एक महीने तक रहने का कार्यक्रम है। दलाई लामा 1959 में तिब्बत से पलायन के बाद से भारत में रह रहे हैं। 

दलाई लामा की यात्रा धार्मिक, चीन को आपत्ति क्यों: भारत

उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि दलाई लामा सीमावर्ती क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं क्योंकि वह पहले भी कई बार लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश का दौरा कर चुके हैं। सरकारी पदाधिकारी ने कहा, ‘दलाई लामा एक आध्यात्मिक नेता हैं और उनकी लद्दाख यात्रा पूरी तरह से धार्मिक है। उनके दौरे पर किसी को आपत्ति क्यों होनी चाहिए।’ पूर्वी लद्दाख में टकराव के कई बिंदुओं पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच सैन्य गतिरोध के बीच आध्यात्मिक नेता की लद्दाख यात्रा से चीन के नाराज होने की आशंका है। 

पीएम मोदी ने दलाई लामा को जन्मदिन की बधाई दी थी, तब भी चिढ़ा था चीन

इस महीने की शुरुआत में चीन ने दलाई लामा को उनके 87वें जन्मदिन पर बधाई देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा था कि भारत को चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए तिब्बत से संबंधित मुद्दों का इस्तेमाल करना बंद कर देना चाहिए। वहीं भारत ने चीन की आलोचना को खारिज करते हुए कहा था कि दलाई लामा देश के सम्मानित अतिथि हैं। पिछले दो वर्षों में हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला के बाहर दलाई लामा की यह पहली यात्रा है। दलाई लामा ने गुरुवार को कहा था कि चीन में ज्यादातर लोग अब यह महसूस करने लगे हैं कि वह ‘स्वतंत्रता’ नहीं बल्कि तिब्बती बौद्ध संस्कृति की सार्थक स्वायत्तता और उसके संरक्षण के बारे में मांग कर रहे हैं।

दलाई लामा पहले भी कर चुक हैं लद्दाख का दौरा

पदाधिकारी ने कहा, ‘दलाई लामा इससे पहले भी लद्दाख का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने तवांग (अरुणाचल प्रदेश) का भी दौरा किया था, लेकिन महामारी के कारण पिछले दो वर्षों में वह कोई यात्रा नहीं कर सके।’ 

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