नई दिल्ली/भुवनेश्वर: भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को कहा कि एक चक्रवाती तूफान के शनिवार की सुबह आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में पहुंचने का अनुमान है। मौसम विभाग ने बताया कि थाईलैंड और उसके आसपास के क्षेत्रों में सुबह साढ़े आठ बजे कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ था। अगले 12 घंटों में इसके अंडमान सागर तक पहुंचने की संभावना है।
मौसम विभाग द्वारा जारी बयान के अनुसार, ‘‘उसके बाद कम दबाव के क्षेत्र के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और दो दिसंबर तक दक्षिण-पूर्व तथा पास के बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग में उसके अवदाब में बदलने की संभावना है। उसके अगले 24 घंटों में इसके बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग में चक्रवाती तूफान का रूप लेने की आशंका है।’’
उसके बाद इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने, और सघन होने तथा चार दिसंबर, शनिवार की सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश-ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार, ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में ‘‘भारी से बहुत भारी और अति भारी बारिश होने का अनुमान है’’ और ओडिशा में आसपास के जिलों, पश्चिम बंगाल के तटवर्ती जिलों और आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटवर्ती क्षेत्रों में ‘भारी से बहुत भारी बारिश’ होने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने कहा, ‘‘संभावना है कि उत्तरी-पूर्वी राज्यों में 5-6 दिसंबर को भारी बारिश हो सकती है।’’ ओडिशा में कम दबाव क्षेत्र की गति और इसके प्रभाव के बारे में विस्तार से बताते हुए आईएमडी के डीजी मृत्युंजय महापात्र ने कहा, “हालांकि, यह 4 दिसंबर की सुबह ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश के तट के पास होगा, लेकिन यह तुरंट तट से नहीं टकराएगा। यह धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में आगे बढ़ेगा।''
उन्होंने कहा कि लोपर (निम्न दबाव क्षेत्र) के अवनत क्षेत्र में बदलने के बाद ही बारिश की गतिविधि, हवा की गति और भूस्खलन के बारे में स्पष्ट तस्वीर उपलब्ध हो पाएगी। उन्होंने कहा कि शुक्रवार से ओडिशा तट पर 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है और धीरे-धीरे इसकी गति बढ़ेगी। चक्रवाती तूफान के दौरान इसके 60-90 किमी प्रति घंटे के आसपास रहने की संभावना है।
Latest India News